By अंकित सिंह | Jun 02, 2022
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है। भाजपा की ओर से एक निर्दलीय प्रत्याशी उतारा गया है जिसके बाद माना जा रहा है कि राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के दौरान कई घटनाक्रम हो सकते हैं। इन सबके बीच राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है। सचिन पायलट ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्णय पर हमें खरा उतरना है। कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों को जीता कर भेजना है। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान विधानसभा में सवा सौ से ज्यादा विधायक कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के विधायक अपना वोट दिखाकर डालेंगे।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि कथित तौर पर पांचवें उम्मीदवार निर्दलीय हैं लेकिन सब जानते हैं कि उनका नामांकन भाजपा ने ही कराया है। लेकिन भाजपा का संख्या बल 70- 71 का है और जीत के लिए 82 चाहिए। ना सिर्फ राजस्थान में बल्कि पूरे देश में जहां- जहां कांग्रेस के उम्मीदवार हैं वो जीत कर जाएंगे। वहीं, राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां जोर पकड़ती जा रही हैं। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने व अपने समर्थक विधायकों को उदयपुर भेजने का फैसला किया है। वहीं बसपा की राजस्थान इकाई ने मांग की है कि उसके टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों को इन चुनाव में भाग लेने से रोका जाए।
कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें व भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। दो सीटों के बाद कांग्रेस के पास 26 अधिशेष व भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे। एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 41 वोट चाहिए। सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि सरकार का समर्थन कर रहे अन्य दलों के विधायकों व निर्दलीय विधायकों के समर्थन से वह तीसरी सीट जीत जाएगी।