By अंकित सिंह | Aug 09, 2024
संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने आज मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला भी मौजूद थे। यह बैठक लोकसभा में ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024’ पेश होने और विपक्ष के विरोध के बीच हुई। फिलहाल लोकसभा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने के लिए संसद की संयुक्त समिति के गठन की खातिर सदन के 21 सदस्यों को नामित करने तथा राज्यसभा से 10 सदस्यों को नामित करने की अनुशंसा संबंधी प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दी।
बैठक के दौरान भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला भी मौजूद रहे। बैठक के बाद अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद (एआईएसएससी) के संस्थापक अध्यक्ष सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने बताया कि विभिन्न राज्यों से विभिन्न दरगाहों के सज्जादानशीन 11-12 लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री (किरेन रिजिजू) से मुलाकात की और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि यह अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद और विभिन्न अन्य संगठनों की लंबे समय से प्रतीक्षित मांग थी। हम संसद के समक्ष वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश करने के भारत सरकार के फैसले की सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा कि इसमें कुछ धाराएं बताई गई हैं, उनकी जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। इससे पारदर्शिता आएगी। धन का दुरुपयोग रुकेगा। मुझे लगता है कि सभी की शंकाओं का समाधान होने के बाद एक बहुत अच्छा विधेयक सामने आएगा। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल ने मांग की थी कि दरगाह बोर्ड बनाया जाए। अलग-अलग बोर्ड का प्रावधान है। हमने मंत्री जी को ज्ञापन दिया है, उन्होंने दरगाह बोर्ड के लिए प्रावधान करने का आश्वासन दिया है।