By अंकित सिंह | Nov 14, 2024
प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों और उत्तर प्रदेश लोक सेवा के बीच गतिरोध गुरुवार को समाप्त हो गया जब मुख्यमंत्री ने मांगों पर संज्ञान लिया और घोषणा की कि परीक्षा एक दिन में एक ही पाली में आयोजित की जाएगी। फिलहाल यह घोषणा प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा से संबंधित है, आरओ/एआरओ (समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी) प्रारंभिक परीक्षा के लिए एक समिति बनाई जाएगी। सोमवार से इन परीक्षाओं के अभ्यर्थी इस तर्क के साथ विरोध कर रहे थे कि अलग-अलग पालियों का मतलब अलग-अलग प्रश्न पत्र होगा, जिससे बदले में उन छात्रों को फायदा होगा जिन्हें आसान प्रश्न मिले थे।
योगी सरकार की इस घोषणा के बाद अखिलेश यादव ने तंज सका है। अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि भाजपा सरकार को चुनावी गणित समझ आते ही जब अपनी हार सामने दिखाई दी तो वो पीछे तो हटी पर उसका घमंड बीच में आ गया है, इसीलिए वो आधी माँग ही मान रही है। उन्होंने फिर कहा कि अभ्यर्थियों की जीत होगी। ये आज के समझदार युवा है, सरकार इन्हें झुनझुना नहीं पकड़ा सकती। जब एक परीक्षा हो सकती है तो दूसरी क्यों नहीं। चुनाव में हार ही भाजपा का असली इलाज है। जब भाजपा जाएगी तब ‘नौकरी’ आएगी।
पेपर शेड्यूल को लेकर चल रही हलचल के बीच, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक ही पाली में आयोजित करने पर सहमत हो गया है। अभ्यर्थियों की मांगों को स्वीकार करते हुए यूपीपीएससी ने गुरुवार को समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा स्थगित कर दी और प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न पर आयोजित करने की घोषणा की। यह निर्णय पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्रों के अनुरोध पर विचार करने के बाद आया है।
सूत्रों ने बताया कि आरओ/एआरओ परीक्षा के तौर-तरीकों पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। आयोग जल्द ही दोनों परीक्षाओं में बदलाव के संबंध में एक अलग नोटिस जारी करेगा। हालांकि यूपीपीएससी ने परीक्षा की तारीख पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है, लेकिन प्रयागराज के डीएम रवींद्र कुमार ने कहा, "आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा परीक्षा (पीसीएस) की तारीख जल्द ही जारी की जाएगी।"