By अंकित सिंह | Nov 05, 2024
वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठकों को लेकर समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बड़ी जानकारी दी है। जगदंबिका पाल ने कहा कि मैंने पहली बैठक 22 अगस्त को की. आज तक 25 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों के दौरान 6 मंत्रालयों, 37 हितधारकों की जांच की गई। लगभग 123 हितधारक समिति के समक्ष उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि 9 से 14 नवंबर तक, हम अपनी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कई प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के लिए कई शहरों का दौरा करेंगे।
भाजपा सांसद ने कहा कि हम सभी को अपनी राय व्यक्त करने का अवसर दे रहे हैं। इन 25 बैठकों में से प्रत्येक आम तौर पर 9-10 घंटे तक चली। जेपीसी अपनी रिपोर्ट सौंपने की समय सीमा को पूरा करने में सक्षम होगी। हालांकि, कई विपक्षी सांसदों ने जगदंबिका पाल पर आरोप लगाते रहे हैं। वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति में शामिल विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर समिति के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जगदम्बिका पाल द्वारा कथित तौर पर लिए जा रहे एकतरफा निर्णयों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को जगदम्बिका पाल पर ‘एकतरफा’ फैसले करने और पूरी प्रक्रिया को ‘ध्वस्त’ करने का आरोप लगाया था तथा इस समिति से खुद को अलग करने का संकेत दिया था। एक सूत्र के अनुसार, विपक्षी नेताओं ने उम्मीद जताई कि बिरला ने समिति की बैठकों के सिलसिले को कम करने के लिए कदम उठाएंगे ताकि सदस्यों को बैठकों की तैयारी करने और दी गई प्रस्तुतियों का अध्ययन करने की अनुमति मिल सके। एक सदस्य ने कहा कि समिति की अब एक पखवाड़े में एक या दो बैठकें हो सकती हैं। बैठक के बाद विपक्षी सदस्यों ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने उनकी बात धैर्यपूर्वक सुनी और उन्हें जल्द से जल्द निर्णय लेने का आश्वासन दिया।