By अनन्या मिश्रा | Aug 09, 2024
आपने देखा होगा कि कई घरों में लकड़ी का मंदिर होता है। समय के बदलने के साथ ही घर में लकड़ी का मंदिर रखने का चलन काफी बढ़ गया है। इसकी एक वजह यह भी है कि घरों में स्पेस कम होता है। जिसके कारण लोग घरों में लकड़ी का मंदिर रखना पसंद करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में घर में लकड़ी का मंदिर रखने के जुड़े कई नियमों के बारे में बताया गया है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको घर में लकड़ी का मंदिर लगाने से जुड़े नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
किस पेड़ की लकड़ियां
अगर आप भी घर पर लकड़ी का मंदिर रखना चाहते हैं, तो आपको इस बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए कि लकड़ी का मंदिर किस लकड़ी से बना है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक मंदिर के लिए कुछ लकड़ियां शुभ मानी जाती हैं। यदि इन लकड़ियों से घर का मंदिर बनाया जाता है, तो मंदिर शुभ माना जाता है।
पूर्व-पश्चिम दिशा है शुभ
अगर संभव हो तो घर में लकड़ी का मंदिर पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए। आप जब भी मंदिर में पूजा करें, तो आपका मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। वहीं पीठ पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। वहीं वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूर्व दिशा के अलावा आप उत्तर दिशा की तरफ भी मंदिर रख सकते हैं।
मंदिर में बिछाएं लाल-पीला वस्त्र
अगर आप भी घर में लकड़ी का मंदिर रखना चाहते हैं, तो लकड़ी के मंदिर में लाल या पीला कपड़ा जरूर बिछाएं। इसको शुभ माना जाता है। वहीं भगवान की मूर्ति कपड़ा बिछाकर ही रखना चाहिए।
धूल-मिट्टी और दीमक से बचाएं
वैसे तो मंदिर को साफ ही रखना चाहिए। लेकिन लकड़ी का मंदिर रखने के दौरान ध्यान रखें कि इसमें कहीं धूल-मिट्टी या दीमक न लगे। क्योंकि यह निगेटिव ऊर्जा का कारण बन सकता है। क्योंकि लकड़ी का मंदिर जब पुराना हो जाता है, तो इसमें दीमक लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए समय-समय पर मंदिर की साफ-सफाई करते रहना चाहिए।
दीवार पर न टांगे लकड़ी का मंदिर
कई लोग घर में ज्यादा स्पेस न होने पर लकड़ी के मंदिर को दीवार पर लटका देते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र की मानें, तो घर की दीवार पर मंदिर टांगने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होता है। इसलिए प्रयास करें कि मंदिर को दीवार पर न टांग कर घर में किसी सुरक्षित स्थान पर रखें। यदि घर में अधिक स्पेस नहीं है, तो आप छोटा मंदिर भी रख सकते हैं।