By विजयेन्दर शर्मा | Oct 04, 2021
शिमला । हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा भाजपा के आईटी सेल उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी हमेशा से कर्मचारी हितैशी रही है। अनुबंध कर्मचारियों के लिए अनुबंध का समय अवधि को कम करना हो या फिर एसएमसी, पैरा शिक्षक, पैट शिक्षकों के लिए नीति बनाने का काम हो यह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समय में हुआ है। कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग को राहत दी है।
उनके ब्यान को भाजपा आईटी सैल द्वारा तोड़ मरोड़ कर पेश करना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भाजपा की ओच्छी मानसिकता को दर्शता है। उन्होंने कहा कि इससे वह इससे डरने वाले नहीं है। वह हमेशा से शिक्षक, प्रोफेसर, अधिकारी और कर्मचारियों का सम्मान करते हैं और उनके साथ है।
भाजपा को चुनौती देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि झूठे प्रोपोगैंडा से डरने वाले नहीं है। यह झूठा प्रोपोगैंडा मंहगाई, बेरोजगारी सहित जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। प्रदेश के आम लोगों युवाओं, कर्मचारियों के साथ हैं और उनके हक की आवाज को हमेशा उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि ब्यान में यह कहा था कि कुछ चुनिंदा कर्मचारी भाजपा के पिट्ठू बने हुए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमने कहा था कि जो चुनिंदा कर्मचारी भाजपा के पिट्ठू बने हुए हैं और राजनैतिक द्वेश की भावना से काम कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारी प्रदेश के लोगों की सेवा के लिए होते हैं न कि राजनीति पार्टियों के लिए।
दरअसल, एक जनसभा के मंच पर आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा कि प्रदेश के ऐसे कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षक जो राजनैतिक द्वेश की भावना से काम कर रहे हैं उन्हें पटक-पटक कर दूसरे कोने में ट्रांसफर किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि कई कर्मचारी, अध्यापक और अधिकारी 20-20 का मैच खेल रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार है। यह सोचकर उनके नेताओं का गुणगान कर अपनी ट्रांसफर रुकवाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी पकड़-पकड़ दूसरे कोने में भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक द्वेश की भावना से काम करने वाले कर्मचारी यह न समझे की विक्रमादित्य सिंह को कुछ भी पता नहीं ऐसा सोचना गलत है। विक्रमादित्य सिंह को सब पता है। हमारी नजर गिद्द की नजर है। पत्थर के अंदर से निकाल निकाल कर हिसाब करेंगे। इस बयान पर अब राजनिति शुरू हो गई है।