By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 20, 2022
ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार इस साल जून में विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुए विद्रोह के बाद गिर गई थी। बाद में शिंदे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से मुख्यमंत्री बने। ठाकरे ने कहा, जो कुछ हुआ, उससे आम आदमी और विशेष कर सभ्य लोग सहमत नहीं हैं और वे अपना समर्थन हमें दे रहे हैं। वे मुझसे कह रहे हैं कि हार नहीं मानें, संघर्ष करें, हम आपके साथ हैं। जो हो रहा है, हम उससे सहमत नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, जिन लोगों के बारे में मैंने सोचा था कि वे कभी राजनीतिक रूप से करीबी नहीं होंगे, वे समर्थन में आगे आ रहे हैं।
इसी तरह, विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों के लोग हमें समर्थन दे रहे हैं। सिर्फ शिवसेना का नहीं बल्कि देश में लोकतंत्र का भविष्य खतरे में है। ठाकरे गुट में शामिल हुए देशमुख यवतमाल के दिगरास क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हैं। वह पहले शिवसेना में थे और उसके बाद 2002 से 2004 के बीच कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार में मंत्री रहे। वह कुछ समय के लिए भाजपा में भी थे।