By रेनू तिवारी | Jun 28, 2023
राजस्थान के कोटा में मंगलवार को दो एमबीबीएस अभ्यर्थियों की कथित तौर पर आत्महत्या से मौत हो गई। पहली घटना में उदयपुर के एक 18 वर्षीय मेडिकल अभ्यर्थी ने मंगलवार सुबह अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक, मेहुल वैष्णव नाम का छात्र राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) की तैयारी कर रहा था।
पुलिस ने कहा कि उन्हें मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मेहुल उदयपुर जिले के सलुम्बर का रहने वाला था और पिछले दो महीने से कोटा के एक कोचिंग संस्थान में NEET की तैयारी कर रहा था। वह विज्ञान नगर इलाके के एक हॉस्टल में रहता था।
घटना के समय मेहुल अपने हॉस्टल के कमरे में अकेला था क्योंकि उसका रूममेट उस रात बाहर गया हुआ था। कई घंटे बीत जाने के बाद भी जब मेहुल अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो उसके हॉस्टल के साथियों ने केयरटेकर को इसकी जानकारी दी।
केयरटेकर द्वारा दरवाजा तोड़ने के बाद मेहुल का लड़का अपने कमरे में लटका हुआ पाया गया। छात्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
इसी तरह की एक घटना में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे एक अन्य कोचिंग छात्र ने फांसी लगाने के बाद आत्महत्या कर ली। छात्र की पहचान आदित्य के रूप में हुई, जो करीब दो महीने पहले कोटा आया था।
पिछले दो महीनों में कोटा में कुल नौ छात्रों की आत्महत्या से मौत हुई है, जिनमें से पांच मामले मई महीने में और चार मामले इस साल जून में सामने आए हैं। इस बीच, मृत छात्रों के माता-पिता ने अपने बच्चों द्वारा उठाए गए ऐसे चरम कदम के पीछे के कारणों पर चिंता जताई। कथित तौर पर, उन्हें अभी तक कॉलेज/संस्थान के अधिकारियों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है कि क्या छात्रों को पढ़ाई को लेकर दबाव का सामना करना पड़ा है।