By अनन्या मिश्रा | Oct 25, 2024
ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको चेहरे के इसी हिस्से के बारे में बताने जा रहे है। दरअसल, चेहरे के इस हिस्सा को 'Triangle of Death' यानी की मृत्यु का त्रिकोण भी कहा जाता है। तो आइए जानते हैं कि चेहरे के किस पार्ट को मृत्यु का त्रिकोण कहा जाता है और इस जगह को छेड़ना हमारे लिए कितना नुकसानदेह हो सकता है।
मृत्यु का त्रिकोण
जैसे फेस का एक टी जोन होता है, जिसके बारे में अधिकतर लोग जानते हैं। ठीक वैसे ही हमारे फेस का एक हिस्सा मृत्यु का त्रिकोण कहलाता है। यह फेस का वह एरिया होता है, जो मुंह के कोने से लेकर नाक से जुड़ा होता है। अपर लिप के दोनों कॉर्नर से अगर एक इंच उंगली रखकर और मेजर किया जाए, तो इस हिस्से को ट्राई एंगल ऑफ डेथ कहा जाता है।
पिंपल्स छेड़ने का नुकसान
जब आप फेस के इस खतरनाक एरिया को छेड़ते हैं, तो यह हमारी स्किन के लिए हानिकारक होता है। क्योंकि यह हमारे ब्रेन से जुड़ा होता है। एक स्टडी के अनुसार, फेशियल इंफेक्शन बहुत ही आसानी से इंट्राक्रेनियल बन जाता है और यदि वह ट्राई एंगल ऑफ डेथ तक फैला हुआ हो। इंट्राक्रेनियल का मतलब हमारे सिर के अंदर ब्लड जमा होने की स्थिति है। जो किसी के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है।
पिंपल्स बढ़ने की वजह
पिंपल्स बढ़ने की एक आम वजह यह भी है कि बार-बार हमारा हाथ चेहरे पर जाता है। जिसकी वजह से एक्ने और पिंपल्स होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं जब आप पिंपल को फोड़ते हैं, तो डेड स्किन सेल्स, बैक्टीरिया और ऑयल स्किन के अंदर तक घुस जाता है, जिससे हमारे फेस पर रेडनेस और सूजन होने लगती है और दर्द होता है।
फेस पर एक्ने की समस्या होना आम बात है। लेकिन एक्ने बढ़ने से हमारा चेहरा खराब हो सकता है। एक्ने एक ऐसी स्किन कंडीशन है, जो हेयर फॉलिक को इफेक्ट करने का काम करता है।
एक्ने की समस्या से बचने के लिए आप एजेलिक एसिड 20% दिन में दो बार, 'बेंजोयल पेरोक्साइड 2.5-10% दिन में एक बार, ट्रेटिनोइन 0.1-0.25% दिन में एक बार' फेस पर इस्तेमाल करें।