मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल युद्ध काल जैसा है। हम पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से कोरोना के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर के लिए भी तैयार रहना है। ऐसे में 'सिस्टर' पूरे धैर्य एवं संयम के साथ अपने पवित्र कर्त्तव्य का निर्वाह करें। मुख्यमंत्री ने एक कहानी के माध्यम से बताया कि कार्य के प्रति तीन प्रकार का दृष्टिकोण हो सकता है। पहला कार्य को मजबूरी अथवा बोझ मानना, दूसरा उसे केवल आजीविका मानना तथा तीसरा कार्य को सेवा का अवसर मानकर उसके लिए ईश्वर को धन्यवाद देना। हम कार्य को सेवा मानें और सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर कार्य करें।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आप में से कई 'सिस्टर्स' की ड्यूटी वैक्सीनेशन के लिए लगाई जायेगी। वैक्सीन हमारे लिए अमृत समान है। सभी 'सिस्टर्स' इस बात का ध्यान रखें कि वैक्सीन का एक भी डोज़ बेकार न जाये।