By दिव्यांशी भदौरिया | Jul 22, 2024
अभी हाल ही में अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए हमले के बाद दिल्ली पुलिस ने इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा को लेकर और काफी अलर्ट हो गई है। अब जब स्वतंत्रता दिवस में एक महीने से भी कम समय बचा है, गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने स्नाइपर, स्पॉटर और FR CCTV कैमरे तैनात करने की तैयारी कर ली है, इसके साथ ही सुरक्षा में विदेशी राइफलों के साथ उन स्नाइपर्स को भी तैनात किया जाएगा। जिन पर जी20 के दौरान विदेशी गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा पहली बार एक ऐप का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
सख्त सुरक्षा की व्यवस्था होगी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बीते दिन स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में एक बैठक में ट्रंप पर हमले पर चर्चा की गई और पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने पर जोर दिया। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने ड्रैगुनोव एसवीडी राइफलों के साथ स्नाइपर्स की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है, जिन्हें जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए किराए पर लिया गया था। उन्होंने कहा कि राइफलों की व्यावहारिक सटीकता सीमा 800 मीटर से अधिक है। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जिन निशानेबाजों को रूस निर्मित इन राइफलों को चलाने का प्रशिक्षण दिया गया था, उन्हें लाल किले पर तैनात किया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, उन्हें कार्यक्रम के दौरान रणनीतिक स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
स्नाइपर्स, स्पॉटर, FR कैमरे का होगा उपयोग
लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह की व्यवस्था की योजना में स्पॉटर्स, फेस रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का उपयोग पहले से ही शामिल है। अधिकारी ने कहा कि एफआरएस-फिट कैमरे दिल्ली में चार-पांच साल से उपयोग में आ रहे हैं और इस साल उनकी संख्या 1,000 से अधिक हो जाएगी। पुलिस ने कहा कि इस साल सत्यापन के लिए एक ऐप के रूप में एक नया सुरक्षा फीचर जोड़ा गया है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एमके मीना ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लाल किले पर सुरक्षा व्यवस्था की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सभी उपाय किए जाएंगे। मीना ने कहा कि 'ई-परीक्षा' नाम का ऐप कार्यक्रम स्थल के आसपास के लोगों, श्रमिकों और दुकानदारों को सत्यापित करने के लिए विकसित किया गया है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, "यह एप्लिकेशन लोगों के सत्यापन के लिए पुलिस बल के आंतरिक उपयोग के लिए है। प्रौद्योगिकी हमें सत्यापन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने में मदद करती है, जो अपनी दृश्य सीमा के साथ आने वाले लोगों की पहचान को प्रमाणित करती है।"
अधिकारी ने कहा कि ऐप का इस्तेमाल पहली बार स्वतंत्रता दिवस के दौरान किया जा रहा है और अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसे सत्यापन के लिए पूरे शहर में इस्तेमाल किया जा सकता है। पुलिस ने लाल किले और मध्य और उत्तरी दिल्ली के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के आसपास अर्धसैनिक बलों के जवानों सहित 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई है। एक अधिकारी ने कहा, लंबी दूरी के हथियारों के लिए रणनीतिक स्थानों पर रखने के लिए बड़ी संख्या में रेत के थैलों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के साथ खुफिया एजेंसियां घटनाओं के दौरान किसी भी तरह के खतरे पर नजर रख रही हैं।