Share Market में अक्टूबर के महीने में रह सकती है अस्थिरता, जानें अहम कारण

By रितिका कमठान | Sep 30, 2024

अमेरिका में चुनाव होने में कुछ ही दिनों का समय शेष बचा है। आगामी अमेरिकी चुनावों को लेकर दुनिया भर में इक्विटी में अस्थिरता बढ़ सकती है। इसी बीच भारतीय शेयर बाजार भी सोमवार को गिरावट के साथ खुला है।

 

निफ्टी 50 सूचकांक 0.45 प्रतिशत या 117.65 अंकों की गिरावट के साथ 26,061.30 अंक पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स 363 अंक या 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,208.76 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी मेटल, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान पर खुले। निफ्टी 50 के शीर्ष लाभार्थियों में एनटीपीसी, हिंडाल्को, बीपीसीएल, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील शामिल हैं, जबकि शीर्ष हारने वालों में हीरो मोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।

 

अमेरिकी चुनाव का भारतीय शेयर बाजार पर होगा ये प्रभाव

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के कारण शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ जाता है। हालांकि, चुनाव खत्म होते ही शेयर बाजार में तेजी लौट आती है। बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा, "भारत एक जीवंत उभरते बाजार के रूप में दरों में कटौती का लाभार्थी है। हम अमेरिकी इक्विटी के लिए ऐतिहासिक रूप से कमजोर महीने में प्रवेश कर रहे हैं, जो आम तौर पर राष्ट्रपति चुनावों में कमजोर होते हैं और फिर रैली करते हैं, भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति पद, सीनेट और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के परिणाम कुछ भी हों।"

 

उन्होंने कहा, "इस बार कांटे की टक्कर के कारण कई दिनों और हफ्तों तक अनिश्चितता बनी रहेगी और करीबी, अस्थिर राज्यों में पुनर्मतगणना होगी। इससे निश्चित रूप से बाजार में अस्थिरता आएगी। बहुत ही रोचक अक्टूबर के लिए अपनी सीटबेल्ट बांध लें, लेकिन निवेशित रहें। यह आसान अक्टूबर नहीं होने वाला है और न ही एकतरफा बाजार होगा।"

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