By अंकित सिंह | Jan 22, 2024
जिस क्षण का इस देश ने लगभग 500 वर्षों का इंतजार किया था, आखिर वह दिन आ ही गया। रामलला टाट से निकलकर ठाठ पर महल में विराजमान हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य यजमान के रूप में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम किया। इस दौरान उनके ठीक बगल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। रामलला प्राण प्रतिष्ठा साधु संतों और देश के गणमान्य लोगों की मौजूदगी में हुई। रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए फिल्मी जगत, व्यापार जगत, खेल जगत और राजनीति के क्षेत्र के दिग्गज पधारे थे। यह 500 वर्षों का तपस्या है जो आज पूरा हुआ है। प्रभु राम ठाठ से विराजमान हुए हैं।
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के ऊपर हेलीकॉप्टरों से पुष्पों की वारिस की गई। इस दौरान देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने कहा कि आज भगवान राम आए हैं। 22 जनवरी को पूरे देश में राम दीपावली है। इस दौरान प्रसिद्ध गायक सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल, शंकर महादेवन ने अयोध्या में राम भजन प्रस्तुत किया। राम मंदिर को भव्य तरीके से फूलों से सजाया गया था।आमंत्रित लोगों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, अनुपम खेर, कैलाश खेर, जुबिन नौटियाल, प्रसून जोशी, मनोज जोशी, सचिन तेंदुलकर, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रविशंकर प्रसाद और अनिल अंबानी शामिल हैं। विशिष्ट हस्तियों में हेमा मालिनी, कंगना रनौत, श्री श्री रविशंकर, मोरारी बापू, रजनीकांत, पवन कल्याण, मधुर भंडारकर, सुभाष घई, शेफाली शाह और सोनू निगम रविवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे। कार्यक्रम के लिए आमंत्रित लोगों की सूची में सात हजार से अधिक लोग शामिल हैं।
अयोध्या में सुबह से ही सड़कों पर राम धुन बज रही है। भगवान राम के बाल स्वरूप रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों और विभिन्न आदिवासी समुदायों एवं प्रमुख लोगों सहित सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। अभिषेक समारोह के लिए अयोध्या में बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। इसके तहत 10,000 सीसीटीवी कैमरे और कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस ड्रोन लोगों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। कार्यक्रम स्थल पर सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। मंदिर शहर के हर प्रमुख चौराहे पर कंटीले तारों से जुड़े जंगम अवरोधक लगाये गये हैं। रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु हमलों और भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित कई एनडीआरएफ टीमों को भी तैनात किया गया है।