By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 25, 2021
चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बार अमृत-महोत्सव के अवसर पर फरीदाबाद जिला के सुरजकुंड में आयोजित किए जाने वाला ‘35वां सुरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट्स मेला-2022’ ऐसे भव्य एवं नव्य रूप से मनाया जाना चाहिए जिससे हरियाणा की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमकेतु की तरह चमक सके। यह मेला आगामी 4 फरवरी से 20 फरवरी 2022 तक लगाया जाएगा जिसमें यूनाईटेड किंगडम पार्टनर-कंट्री तथा जम्मू एवं कश्मीर थीम-स्टेट के तौर पर हिस्सेदारी करेंगे।
मुख्यमंत्री यहां ‘35वां सुरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट्स मेला-2022’ की तैयारियों के सिलसिले में अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री कंवर पाल भी उपस्थित थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव श्री डी. सुरेश, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव श्री योगेंद्र चौधरी, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव श्री मनोज सिन्हा के अलावा अन्य वरिष्ठï अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उक्त मेला का एक ड्राफ्ट भी प्रस्तुत किया गया। इस बार विशेष बात यह होगी कि देश एवं विदेश से आने वाले पर्यटक ऑनलाइन पार्किंग की बुकिंग कर सकेंगे ताकि उनको मेला में आते ही पार्किंग की सुविधा मिल सके। ऑनलाइन बुकिंग एक ‘सुरजकुंड मेला-एप’ के माध्यम से की जाएगी जिसको जल्द ही लांच किया जाएगा। इस एप के माध्यम से पर्यटक लोकेशन व डायरेक्शन का पता लगा सकेंगे। एडवांस पार्किंग बुकिंग से जहां भीड़ को नियंत्रित करने में आसानी होगी वहीं डाटा भी अच्छे ढंग से मैनेज हो पाएगा। बार-कोड के माध्यम से पर्यटकों की मेला में एंट्री होगी।
मुख्यमंत्री से ‘35वां सुरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्टस मेला-2022’ के उदघाटन एवं संपन्न होने के अवसर पर होने वाले शानदार समारोह में मुख्य अतिथि के लिए किसी वीआईपी को आमंत्रित करने बारे भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस मेला की तैयारियां जारी रखने की सलाह दी।
बैठक में पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि ‘35वां सुरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्टस मेला-2022’ में भागीदारी करने के लिए अभी तक 30 देशों ने सहमति दे दी है। उन्होंने बताया कि पिछली बार आयोजित किए गए मेला में करीब 12 लाख पर्यटक आए थे और कारीगरों ने 1,200 स्टॉल लगाई गई थी, इस बार और अधिक पर्यटक आने की उम्मीद है।
बैठक में प्रतिदिन शाम के समय आयोजित किए जाने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रसिद्घ गायक, नृतक एवं अन्य हस्तियों को आमंत्रित करने, मेला का प्रचार-प्रसार करने के अलावा आस-पास के क्षेत्र का सौंदर्यकरण करने बारे में भी विस्तार से विचार-विमर्श हुआ और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।