By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 26, 2022
मुंबई| वैश्विक महामारी के दौर में शिक्षण कार्यों में डिजिटल का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इसके बावजूद इन साल में बढ़ी संख्या में शिक्षण डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल में दक्ष नहीं हो पाए हैं। एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया है। सर्वे में कहा गया है कि दो साल के दौरान डिजिटल का इस्तेमाल तेजी से बढ़ने के बाद अब भी 31 प्रतिशत शिक्षक इसमें दक्ष नहीं हैं।
टीमलीज एजटेक की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘अचानक आई महामारी के कारण लगभग 79.34 प्रतिशत शिक्षक अभ्यास और बार-बार इस्तेमाल के जरिये ऑनलाइन मंच के जरिये पढ़ाना सीख गए हैं।’’
टीमलीज एजटेक के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शांतनु रूज ने कहा, ‘‘महामारी के छह महीने बीतने पर सितंबर, 2020 में जब हमने ‘भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण और सीखने में प्रौद्योगिकी के उपयोग’ पर अपने अध्ययन के लिए एक सर्वेक्षण किया, तो उसमें 80 प्रतिशत से अधिक शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण से असहज थे।’’
उन्होंने कहा कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी 30.58 प्रतिशत शिक्षक अभी भी ऑनलाइन शिक्षण में निपुण नहीं हुए।
यह रिपोर्ट पूरे भारत के 1,000 से अधिक शिक्षकों के एक सर्वेक्षण पर आधारित है। रिपोर्ट में लगभग 66.94 प्रतिशत शिक्षकों ने महसूस किया कि इन नए कौशल ने उनके लिए बेहतर करियर के अवसर खोले हैं। रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि डिजिटल लर्निंग क्षेत्र में अभी भी चुनौतियां है।
वहीं 75.04 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों का मानना है कि ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों में पढ़ने की रुचि कम होती है जबकि 44.63 प्रतिशत शिक्षकों को लगता है कि छात्र और शिक्षक दोनों ही अभी भी डिजिटल एकीकरण से असहज हैं।