By अंकित सिंह | Oct 03, 2023
केंद्र से पश्चिम बंगाल के लिए निधि की मांग करते हुए राजघाट पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया। इसको लेकर भाजपा की ओर से तृणमूल कांग्रेस पर पलटवार किया जा रहा है। दिल्ली में टीएमसी के विरोध प्रदर्शन पर पश्चिम बंगाल के एलओपी और बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक क्षेत्रीय पार्टी 12 वर्षों से अधिक समय से सत्ता में है। इस पार्टी ने हमारे संघीय ढांचे का उल्लंघन किया है और दिल्ली में झूठे आरोपों के आधार पर केंद्र सरकार के खिलाफ कार्यक्रम आयोजित किए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और राजघाट कमेटी की अनुमति के बिना, कल गांधी जयंती के दिन ये लोग (TMC) राजघाट आए। इन लोगों ने वहां जनता का उत्पीड़न किया।
भाजपा नेता ने कहा कि टीएमसी पार्टी गुंडों की पार्टी है। ये पार्टी INDI Alliance का हिस्सा है। जिसका एजेंडा है... परिवारवाद, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में अपने खिसकते जनाधार को वापस लाने के लिए वे ये राजनीतिक अभियान कर रहे हैं। यह हमारी राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ क्षेत्रीय टीएमसी पार्टी द्वारा एक झूठा, मनगढ़ंत राजनीतिक अभियान है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने राज्य में हुए कई घोटालों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए एक भ्रष्ट और दागी सांसद के नेतृत्व में अपनी पार्टी के नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने के लिए भेजा। ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में, टीएमसी के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि राज्य की निधि रोकी जा रही है और दावा किया कि पश्चिम बंगाल में केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है।
भाजपा ने प्रदेश इकाई के नेताओं को भी मैदान में उतारा, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार और सांसद लॉकेट चटर्जी शामिल हैं, जिन्होंने टीएमसी पर दिल्ली में नाटक करने का आरोप लगाया। मजूमदार ने अभिषेक बनर्जी के इस आरोप की खिल्ली उड़ाई कि भाजपा उनकी पार्टी के विरोध प्रदर्शनों को विफल करने की कोशिश कर रही है। मजूमदार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास टीएमसी के संभावित उत्तराधिकारी जैसे एक छोटे नेता को निशाना बनाने के लिए समय नहीं हैं। पुलिस द्वारा उन्हें रोके जाने और टीएमसी प्रदर्शनकारियों को इलाके से चले जाने को कहे जाने से पहले बनर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘वे (केंद्र सरकार) डरे हुए हैं इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं...वे एक बड़ी पार्टी होने का दावा करते हैं, लेकिन अब यह जाहिर हो गया है कि वे भयभीत हैं।’’