By अंकित सिंह | Oct 03, 2022
बिहार सरकार में राजद कोटे से शामिल मंत्री सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद से राज्य की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गई है। सुधाकर सिंह राजद के बिहार प्रमुख जगदानंद सिंह के बेटे हैं। मंत्री पद ग्रहण करने के बाद से ही सुधाकर सिंह कृषि क्षेत्र को लेकर लगातार नीतीश कुमार पर ही सवाल उठा रहे थे। हालांकि, सुधाकर सिंह का इस्तीफा लिया गया है या उन्होंने खुद दिया है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। इन सब के बीच भाजपा का दावा है कि जदयू और राजद के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है और महागठबंधन में भारी मतभेद है। तभी तो सुशील कुमार मोदी ने जबरदस्त तरीके से महागठबंधन पर तंज कसा है। मोदी ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव को सीएम बनवाने की जल्दी में लालू प्रसाद अभी नीतीश कुमार की हर शर्त मानने को बाध्य हैं।
अपने बयान में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मंत्रिपद से सुधाकर सिंह के त्यागपत्र के बाद लालू प्रसाद को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हटा देना चाहिए या जगदानंद को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह और जगदानंद ने कृषि रोडमैप और मंडी कानून के मुद्दे पर नीतीश सरकार की आलोचना कर अपने तीखे मतभेद जाहिर कर दिये हैं। मोदी ने आगे कहा कि महागठबंधन में नीतीश कुमार और जगदानंद एक म्यान में दो तलवारों की तरह साथ नहीं रह सकते। मोदी ने दावा किया कि राजद के घोषणा पत्र में बाजार समिति को फिर से बहाल करने की बात कही गई है, जबकि नीतीश कुमार ने इसे समाप्त किया था।
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि कृषि मुद्दे पर महागठबंधन के दो प्रमुख दलों में तीव्र मतभेद सार्वजनिक होने से जाहिर है कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है। इससे पहले सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि दो माह के भीतर महागठबंधन सरकार के दूसरे दागी मंत्री सुधाकर सिंह का इस्तीफा तूफान के आने की आहट है। अब लालू प्रसाद के विश्वासपात्र जगदानंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मूँछ की लड़ाई है। उन्होंने कहा था कि जगदानंद और उनके पुत्र सुधाकर सिंह ने खुल कर नीतीश कुमार के कृषि रोडमैप को फेल बताया, कृषि विभाग में भ्रष्टाचार की बात कर "भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस" की पोल खोली और मंडी कानून खत्म करने के फैसले का विरोध किया।