By अनुराग गुप्ता | Jan 17, 2022
भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी स्थित पेंच टाइगर रिजर्व में 29 शावकों को जन्म दे चुकी बाघिन की शनिवार को मौत हो गई है, जिसे कॉलरवाली के नाम से जाना जाता था। इस बाघिन को पेंच की रानी व सुपर मॉम के नाम से भी जाना जाता था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कॉलरवाली के निधन पर दुख जताया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली, मध्यप्रदेश की शान व 29 शावकों की माता पेंच टाइगर रिजर्व की 'सुपर टाइग्रेस मॉम' कॉलरवाली बाघिन को श्रद्धांजलि। पेंच टाइगर रिजर्व की 'रानी' के शावकों की दहाड़ से मध्यप्रदेश के जंगल सदैव गुंजायमान रहेंगे।
वृद्धावस्था के कारण हुई मौत
पेंच टाइगर रिजर्व के संचालक अशोक मिश्रा ने बताया कि पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के अंतर्गत परिक्षेत्र कर्माझिरी के बीट कुम्भादेव में विश्व प्रसिद्ध कॉलरवाली बाघिन टी-15 ने शनिवार शाम 6 बजकर 15 मिनट पर अंतिम सांस ली। लगभग साढ़े सोलह वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी इस बाघिन की मृत्यु उसकी वृद्धावस्था के कारण हुई। उन्होंने बताया कि डॉक्टर पिछले एक सप्ताह से कॉलरवाली की लगातार निगरानी कर रहे थे।
सुपरमॉम का कब हुआ था जन्म?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुपरमॉम का जन्म सितंबर, 2005 में हुआ था। उस वक्त इसे 'बड़ी मादा' नाम से विख्यात बाघिन ने जन्म दिया था। लेकिन 'बड़ी मादा' की मौत के बाद उसकी विरासत को सुपरमॉम ने संभाला और 29 शावकों को जन्म दिया। अशोक मिश्रा ने बताया कि एक बाघिन का अपने जीवन काल में 29 शावकों को जन्म देना एक विश्व रिकार्ड है एवं 29 शावको में से 25 शावकों को जन्म पश्चात एक बाघिन द्वारा जीवित रख पाना भी अपने आप में अभूतपूर्व कीर्तिमान है।