By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 30, 2021
चंडीगढ़। फिलहाल पूर्ण लॉकडाउन की आशंका को खारिज करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को राज्य के सबसे बुरी तरह प्रभावित छह जिलों के उपायुक्तों को प्रसार को सीमित करने के लिये सुक्ष्म निरुद्ध क्षेत्र रणनीति को और कड़ा करने तथा ज्यादा जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन समाधान नहीं है क्योंकि इससे श्रमिक पलायन करेंगे और वे अपेक्षाकृत कम स्वास्थ्य् सुविधाओं वाले राज्यों में जाने को मजबूर होंगे। सिंह ने जिला प्रशासनों को निर्देश दिया कि वे पाबंदियों को सख्ती से लागू करें तथा उच्च संक्रमण वाले इलाकों में खाने की जगहों पर बैठकर खाने की व्यवस्था को रोकें व स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेस्तरां के कर्मचारियों की कोविड-19 जांच कराएं।
उद्योगों से अपने खुद के कोविड उपचार केंद्र व अस्थायी अस्पताल स्थापित करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने महामारी से लड़ाई में मिलकर काम करने पर जोर दिया। यहां जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वो सेवानिवृत्त चिकित्सकों और नर्सों को एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों के साथ कोविड केंद्रों में काम करने के लिये प्रेरित करें।
बयान में कहा गया कि उन्होंने हॉल, जिम आदि में अस्थायी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं स्थापित करने का भी सुझाव दिया। मुख्यमंत्री कोविड-19 से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य के छह जिलों लुधियाना, एसएएस नगर (मोहाली), जालंधर, बठिंडा, पटिलाया और अमृतसर में स्थिति की समीक्षा के लिये डिजिटल तरीके से उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।