By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 07, 2021
नयी दिल्ली। पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने स्टार्ट-अप, नवप्रवर्तकों और अनुसंधान संस्थानों से आग्रह किया कि वे नवोन्मेषी, किफायती स्वास्थ्य देखभाल समाधान प्रदान करके कोविड-19 महामारी से लड़ने के उनके अभियान में शामिल हों। सिंह ने अपने उद्यम ‘यूवीकैन’ के माध्यम से देश भर में सरकारी और सेना के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों की देखभाल के लिए 1,000 बिस्तर स्थापित करने का एक अभियान शुरू किया है। युवराज सिंह महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा किए गए प्रयासों को मजबूती प्रदान करने के वास्ते एक मंच बनाने पर काम कर रहे हैं।
सिंह ने पीटीआई-से कहा, ‘‘मैं इसे सभी स्टार्ट-अप, उद्यमियों और वैज्ञानिकों के लिए साझा करना चाहता हूं, जो भी नवाचार कर रहे हैं और अनुसंधान संस्थानों का नेतृत्व कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि वे सभी भारतीयों के लिए नई प्रौद्योगिकी समाधान, त्वरित एवं अधिक किफायती स्वास्थ्य देखभाल समाधान लाकर हमारे अभियान में शामिल हों।’’ ‘यूवीकैन’ ने दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में बिस्तर मुहैया कराने शुरू कर दिये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपको ऐसा लगने लगता है कि आप एक युद्ध में हैं और सैनिक घायल हो रहे हैं और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल के बिस्तर नहीं मिलते हैं। हमने तय किया कि हम घर पर नहीं बैठ सकते। बैठना और कुछ भी नहीं करना अस्वीकार्य था। तभी हमने मिशन 1000 बेड स्थापित करने का फैसला किया। हर कोई इलाज और अस्पताल में देखभाल पाने का हकदार है।’’
‘यूवीकैन’ और सिंह के परिवार ने शुरू में कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए लगभग 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया है और अब मिशन 1000 बेड के लिए ‘क्राउडसोर्सिंग’ शुरू कर दी है। सिंह ने कहा, ‘‘एक हजार बिस्तर न्यूनतम है, जो मैं कर सकता हूं। मैं 2,000-5,000 तक जाना चाहता हूं, लेकिन हमने शुरू में जो हासिल कर सकते हैं उस पर टिके रहने का फैसला किया।’’ सिंह ने कहा, ‘‘सरकारी और सेना के अस्पतालों के पास जनशक्ति है। हम उन्हें अतिरिक्त बुनियादी ढांचा प्रदान कर रहे हैं। कम समय में जनशक्ति पैदा करना मुश्किल है।’’ ‘यूवीकैन’ के अनुमान के मुताबिक, 1,000 बिस्तरों वाले अस्पताल में ग्रीनफील्ड (नए) बुनियादी ढांचे के निर्माण पर करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सिंह ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी खत्म हो जाने के बाद इन बिस्तरों का इस्तेमाल कैंसर रोगियों के इलाज के लिए किया जाएगा।