कथित ‘लव जिहाद’ पर सरकार द्वारा बनाये जा रहे कानून के सवाल पर यादव ने कहा कि सपा ऐसे किसी कानून के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इसका पूरी तरह विरोध करेगी और सरकार से पूछेगी कि किसान की आय बढ़ाने वाला कानून कब ला रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ अंतरजातीय और अन्तर्धामिक विवाह को प्रोत्साहन दे रही और दूसरी तरफ इस तरह का कानून बना रही है, तो यह दोहरा बर्ताव क्यों है? यादव ने भाजपा सरकार पर सपा के कार्यों की नकलका आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘जनता समाजवादियों के सिद्धांतों को समझकर हमें पुन: मौका देगी और 2022 के बाद माहौल बेहतर हो जायेगा।’’ उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए सवाल उठाया भाजपा की सरकार और भाजपा के लोगों से अच्छा और बड़ा झूठ कोई नहीं बोल सकता है। भाजपा की सरकार ने ऐसा फैसला लिया है कि 2022 तक उत्तर प्रदेश में सोलर पैनल से दस हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो जाएगा, क्या यह संभव है। क्या मुख्यमंत्रेी सोलर पैनल के बारे में कुछ जानते हैं।’’
किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसानों पर इस तरह की लाठी और इस तरह का आतंकी हमला किसी सरकार ने नहीं किया होगा जितना भाजपा की सरकार में हो रहा है। ये वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से कहा कि सत्ता में आने पर सिर्फ कर्ज माफ नहीं करेंगे बल्कि आपकी पैदावार की कीमत देंगे और आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन जबसे भाजपा की सरकार आई तबसे सबसे ज्यादा गरीब और किसान बर्बाद हुआ है। अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार में धान की कथित लूट और क्रय केंद्रों की बदहाली का जिक्र किया और सीतापुर जिले के किसानों की समस्याओं पर ऑनलाइन एक संवाद भी कराया। महमूदाबाद क्षेत्र में किसानों की समस्याओं का ब्योरा सपा विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा ने प्रस्तुत किया। सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मिस्ड काल की व्यवस्था से भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है, लेकिन हम जानना चाहते हैं कि वह नंबर बता दो जहां किसान धान पहुंचा दे और उसे उसकी कीमत मिल जाए। वह कानून बना दो जिससे किसानों को दोगुनी कीमत और नौजवानों को नौकरी नहीं तो रोज़गार ही मिल जाए।’’