By रेनू तिवारी | Mar 26, 2025
मुंबई। भाजपा विधायक राम कदम ने बुधवार को पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार पर सुशांत सिंह राजपूत मामले में सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया और दिशा सालियान की मौत की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) से राजपूत के मामले की भी जांच करने का आग्रह किया।
सुशांत राजपूत मामले की एसआईटी जांच कराई जाए
महाराष्ट्र विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राम कदम ने बुधवार को तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार पर सुशांत सिंह राजपूत मामले में सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया और मांग की कि दिशा सालियान मौत की जांच कर रही एसआईटी को राजपूत मामले की भी जांच करनी चाहिए। कदम ने विधानभा में यह मांग ऐसे समय की है जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पिछले सप्ताह ही बॉलीवुड अभिनेता के कथित आत्महत्या मामले में एक अदालत के समक्ष मामले को बंद करने के लिए रिपोर्ट (क्लोजर रिपोर्ट) पेश की है।
सीबीआई ने बंद किया था सुंशात सिंह राजपूत का केस
कदम ने कहा कि राजपूत की मौत के 68 दिन बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया। उन्होंने दावा किया कि राजपूत की मौत के सिलसिले में मामला दर्ज करने वाली बिहार पुलिस को जांच करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘सुशांत के फ्लैट से सबूत नष्ट करने के बाद उसे (फ्लैट) मालिक को सौंप दिया गया और फर्नीचर हटा दिया गया। घर की पुताई कराई गई। इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या यह सबूत नष्ट करने के लिए ऐसा किया गया था। ऐसा क्यों हुआ।’’
सुशांत ने की थी आत्महत्या या हुआ था कत्ल? सामनें नहीं आया सच
राजपूत (34) का शव 14 जून, 2020 को उपनगरीय बांद्रा के उनके अपार्टमेंट की छत से लटका मिला था। छह दिन पहले, उनकी पूर्व प्रबंधक दिशा सालियान (28) की शहर के मलाड इलाके में एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। कदम ने मांग की कि सबूत नष्ट करने के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री और शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और राजपूत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती की कथित भूमिका की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि दिशा सालियान मामले में गठित विशेष जांच दल अब भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि एसआईटी को इन दोनों मामलों की एक साथ जांच करनी चाहिए।