Ariha Case: जर्मन कोर्ट से भारतीय दंपति को झटका, लोकल एजेंसी को सौंपी बच्ची

By अभिनय आकाश | Jun 17, 2023

जर्मनी के पैंको में एक जिला अदालत ने 28 महीने की भारतीय लड़की अरिहा शाह को उसके जैविक माता-पिता को सौंपने से इनकार कर दिया और 13 जून को दो अलग-अलग फैसलों में उसे जर्मन किशोर सेवा जुगेंडमट को सौंप दिया। अदालत ने धारा और भावेश शाह के अनुरोध को खारिज कर दिया कि बच्चे को सीधे उनके पास लौटा दिया जाए या कम से कम, किसी तीसरे पक्ष, भारतीय कल्याण सेवाओं को दिया जाए। 

इसे भी पढ़ें: China NATO Secret: नाटो में चीन, दुनिया की उड़ी नींद, भारत से मांगी मदद

अदालत ने घोषणा की कि बर्लिन का केंद्रीय युवा कल्याण कार्यालय उसके अस्थायी अभिभावक के रूप में कार्य करते हुए उसके रहने के संबंध में निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होगा। माता-पिता ने पहले कस्टडी का अनुरोध किया था, लेकिन बाद में उन्होंने प्रस्ताव वापस ले लिया।

इसे भी पढ़ें: India और Germany के गहराते रक्षा संबंधों को देखकर China का चैन और Russia की नींद उड़ी

बता दें कि दरअसल, जर्मनी की चाइल्ड सर्विसेज ने 2 साल की बच्ची को इस संदेह में दूर ले गई कि माता-पिता द्वारा उसका शारीरिक शोषण किया जा रहा है। लेकिन फरवरी 2022 तक आपराधिक आरोप हटा दिए जाने के बावजूद, वह अपने माता-पिता के साथ फिर से नहीं रह पा रही है। परिजन का आरोप है कि बच्ची को बर्लिन में 20 महीने से जिस सेंटर में रखा गया था। अब उसे वहां से उठाकर मंदबुद्धि सेंटर में भेज दिया गया है। बच्ची की मानसिक हालत खराब बताकर व्यवहार किया जा रहा है। 

प्रमुख खबरें

आईसीसी और बीसीसीआई अधिकारियों के साथ चैम्पियंस ट्रॉफी विवाद सुलझाने को कोई बैठक नहीं : PCB

भारतीयों को ब्रांड भारत बनाने के लिए पश्चिम के फरमानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए: Sitharaman

केंद्रीय मंत्री Manohar Lal ने लेह में एनटीपीसी की हरित हाइड्रोजन बसों को हरी झंडी दिखाई

महाराष्ट्र में झूठ, छल और फरेब बुरी तरह हारा, PM Modi बोले- विकसित भारत का मजबूत हुआ संकल्प, झारखंड में करेंगे तेज विकास