By अंकित सिंह | Mar 22, 2023
कर्नाटक चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के एक बड़े नेता ने चुनाव ऐलान से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थामा है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की मौजूदगी में बीजेपी के पूर्व एमएलसी बाबूराव चिंचानसूर कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले उन्होंने अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति बासवराज होरत्ती को सौंप दिया था। चिंचानसूर भाजपा से टिकट के दावेदार थे, लेकिन विधायक टिकट से इनकार कर दिया गया क्योंकि वह वर्तमान में एमएलसी थे। इसी के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दिया था। बताया जा रहा है कि वह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
बाबूराव चिंचनसुर भाजपा के बड़े नेता रहे हैं। चिंचनसुर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की हार में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं में से एक थे। कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में कोली-कबालिगा समुदाय के प्रमुख नेता चिंचनसुर ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 2008 से 2018 तक कलबुर्गी जिले में गुरमित्कल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और इससे पहले सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। हालांकि, विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने 2018 में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए।
इस महीने की शुरुआत में, भाजपा के एक अन्य विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पुत्तन्ना ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने कहा कि चिंचनसुर कांग्रेस से आए थे और उसी पार्टी में वापस जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की स्थिति गुरमित्कल में मजबूत है और चिंचनसुर के पार्टी छोड़ने से वहां पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कर्नाटक में मई तक विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने चिंचनसुर के पार्टी बदलने के मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।