By दिनेश शुक्ल | Jul 12, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के नौ दिन बाद भी भले ही मंत्रियों को विभागों का आवंटन न हो सका हो। लेकिन शिवराज सरकार ने पूर्व मंत्री और बागी कांग्रेस पूर्व विधायक को निगम मंडल अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया। रविवार को ही कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए मलहरा से पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी को मध्य प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बनाया गया है उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। भाजपा में शामिल होने के कुछ घंटों बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी को शिवराज सरकार ने पद से नवाज़ दिया। जबकि निर्दलीय विधायक और कमलनाथ सरकार में खनिज मंत्री रहे प्रदीप जयसवाल को मध्य प्रदेश राज्य खनिज निगम लि. का अध्यक्ष बना दिया गया। वारासिवनी से निर्दलीय विधायक प्रदीप जयसवाल को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बगावत के बाद गई कमलनाथ सरकार में शामिल पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक प्रदीप जयसवाल ने भी बीजेपी की शिवराज सरकार को समर्थन दिया था। प्रदीप जयसवाल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी माने जाते है। वही मलहरा से विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने रविवार को ही भाजपा की सदस्यता ली है। उन्होनें शनिवार को विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर को अपना इस्तीफा भेज दिया था। जिसे रविवार को स्वीकर कर लिया गया। प्रद्युम्न सिंह लोधी बीजेपी से कांग्रेस में आए थे और उन्होनें कांग्रेस के टिकिट पर 2018 विधानसभा चुनाव में मलहरा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। छतरपुर का मलहरा बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती का गृह क्षेत्र है। प्रद्युम्न सिंह लोधी बीजेपी की सदस्यता लेने से पहले उमा भारती के भोपाल स्थित बंगले पहुँचे थे, जहां से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने वह मुख्यमंत्री निवास गए।