By अंकित सिंह | Aug 01, 2022
धन संशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत 4 अगस्त तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से संजय राउत को लेकर 8 दिनों के लिए हिरासत की मांग की गई थी। लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 4 अगस्त तक ही संजय राउत को ईडी की हिरासत में रखने का फैसला सुनाया है। संजय राउत के वकील अशोक मुंदरगी ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि संजय राउत दिल की बीमारियों के मरीज हैं। उनकी सर्जरी भी की गई थी। इसके साथ ही उनके वकील ने इससे जुड़े कागजात को भी कोर्ट के समक्ष पेश किए।
संजय राउत के वकील को उनसे मिलने की इजाजत दे दी गई है। संजय राउत के वकील ने इस बात की भी मांग की है कि उनसे देर रात तक पूछताछ ना हो जिसके जवाब में ईडी ने कहा कि उनसे 10:00 बजे तक ही पूछताछ की जाएगी। इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के परिवार से मुलाताक की थी। इसके बाद उन्होंने कहा कि संजय राउत पर गर्व है। 'पुष्पा' में एक डायलॉग है- 'झुकेगा नहीं'। लेकिन असली शिवसैनिक जो झुकेगा नहीं वो संजय राउत हैं। जो कहते थे वो झुकेंगे नहीं आज वो सब तरफ हैं। यह बालासाहेब द्वारा दिखाया गया निर्देश नहीं है। राउत ही सच्चे शिवसैनिक हैं। भाजपा पर आरोप लगाते हुए ठाकरे ने कहा कि हमारे खिलाफ बोलने वाले का सफाया करना होगा - ऐसी मानसिकता के साथ प्रतिशोध की राजनीति चल रही है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को दोपहर बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया। रविवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने राउत के आवास पर करीब नौ घंटे तक छापेमारी की, जिसमें 11.5 लाख रुपये नकद जब्त किए गए। अधिकारियों ने दावा किया कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत देर रात 12:05 बजे हिरासत में लिया गया।