By अभिनय आकाश | Mar 31, 2025
ईद-उल-फितर के अवसर पर पाकिस्तान से बड़ी खबर सामने आ रही है। हाफिज सईद का करीबी मारा गया है। पाकिस्तान के कराची में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष फाइनेंसर और आतंकवादी हाफ़िज़ सईद के एक करीबी सहयोगी की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान अब्दुल रहमान के रूप में हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला तब हुआ जब दो हमलावर बाइक पर आए और दुकान में खड़े रहमान पर गोलियां चला दीं। यह खौफनाक हरकत वीडियो में कैद हो गई, जिसमें हमलावरों को दिनदहाड़े घटनास्थल से भागने से पहले रहमान को गोली मारते हुए दिखाया गया। घटना के दृश्य सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, रहमान लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख वित्तपोषक था। उसकी मुख्य जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के लिए वित्तीय सहायता जुटाना था, जिसे पाकिस्तान और भारत में विभिन्न हमलों में शामिल होने के कारण कई देशों द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। कराची में रहमान का कथित तौर पर काफी प्रभाव था, वह लश्कर के धन उगाहने के कामों में केंद्रीय व्यक्ति के रूप में काम करता था। अलग-अलग इलाकों से धन इकट्ठा करने वाले लोग अपनी एकत्रित की गई रकम उसके पास लाते थे, जिसे वह समूह के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाता था। रिपोर्ट के अनुसार, उसके गहरे संपर्क और धन प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका ने उसे लश्कर के संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति बना दिया था।
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी अबू क़ताल भी हुआ ढेर
यह घटना 16 मार्च को पाकिस्तान में एक अन्य आतंकवादी और हाफ़िज़ सईद के करीबी सहयोगी के मारे जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। मृतक की पहचान अबू क़ताल के रूप में हुई है। क़ताल, जिसे क़ताल सिंधी के नाम से भी जाना जाता है, 2017 के रियासी बम विस्फोट और 2023 में जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल था। क़ताल की हत्या पाकिस्तान में हुई, जहाँ उसे उसके वाहन में यात्रा करते समय दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। उसकी मौत ने भारतीय एजेंसियों द्वारा लंबे समय से की जा रही तलाश को भी समाप्त कर दिया, जो वर्षों से उसकी गतिविधियों पर नज़र रख रही थीं। क्षेत्र में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में उसकी सक्रिय भागीदारी के कारण क़ताल भारत की मोस्ट वांटेड सूची में था।