By अंकित सिंह | Nov 24, 2022
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इन दिनों सुर्खियों में है। दरअसल, छत्रपति शिवाजी को लेकर उनके द्वारा जो बयान दिया गया था उसके बाद से महाराष्ट्र के विपक्षी दल लगातार उन पर हमलावर है। इतना ही नहीं, विपक्ष भाजपा पर भी निशाना साध रहा है तथा उन को हटाए जाने की मांग कर रहा है। इन सब के बीच वरिष्ठ नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार का भी बयान सामने आ गया है। अपने बयान में शरद पवार ने साफ तौर पर कहा है कि राज्यपाल ने सारी हदें पार कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। एनसीपी प्रमुख ने यह भी कहा कि गैर जिम्मेदाराना बयान देने वालों को बड़े पद देना ठीक नहीं है।
इससे पहले भाजपा सांसद छत्रपति उदयनराजे भोसले ने कोश्यारी के बयान पर कहा कि राज्यपाल को दिल्ली तलब किया गया है। मुझे लगता है कि वे उनकी जगह लेंगे और उन्हें उनकी जगह लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह बड़े पैमाने पर लोगों के बीच वैमनस्य पैदा कर रहा है। यह तब तक नहीं रुकने वाला जब तक कोई समाधान प्रदान नहीं किया जाता। इससे पहले अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें बताया कि वह अपने पद को छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार जब मैं राज्यपाल कोश्यारी से मिलने राज भवन जाता था तो वह कई दफा कहते थे कि वह राज्य को छोड़ना चाहते हैं। मैंने उनसे यह बात अपने वरिष्ठों को बताने के लिए भी कहा था ताकि वे उनकी इच्छा पर गौर कर सकें।
बवाल बढ़ने पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि जब तक सूरज और चंद्रमा का अस्तित्व रहेगा, महान योद्धा शिवाजी राज्य और देश के नायक और आदर्श बने रहेंगे। कोश्यारी ने औरंगाबाद में शनिवार को महाराष्ट्र में ‘आदर्श लोगों’ की बात करते हुए बी आर आंबेडकर और नितिन गडकरी का जिक्र किया और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ‘‘पुराने जमाने’’ के आदर्श थे। फडणवीस ने कहा कि एक बात स्पष्ट है कि जब तक सूर्य और चंद्रमा का अस्तित्व रहेगा, छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र और हमारे देश के नायक और आदर्श बने रहेंगे। उन्होंने कहा, यहां तक कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के मन में भी इस बारे में कोई संदेह नहीं है।