By अभिनय आकाश | Nov 13, 2024
दुनिया के किसी भी मंच पर किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष की हैसियत को मांपने का एक मीटर निर्धारित होता है। इसे ग्रुप फोटोग्राफ कहा जाता है। इन सब के बीच एक तस्वीर की चर्चा खूब हो रही है, इस तस्वीर में पाकिस्तान के वजीर-ए-आलम भी मौजूद हैं। हालांकि उन्हें ढूंढ़ने के लिए पाकिस्तानियों को भी दूरबीन का सहारा लेना पड़ेगा। असर में सऊदी अरब में एक समित हुई। इस दौरान पाकिस्तानी पीएम को पीछे की लाइन में खड़ा कर दिया गया। जिसके बाद मजाकिया लहजे में कहा जाने लगा कि रियाद पहुंचते ही पाकिस्तान के पीएम लापता हो गए। सऊदी अरब के रियाद में फिलिस्तीन को लेकर अरब इस्लामिक समिट हुई। इसमें इस्लामिक देशों के टॉप लीडर शामिल हुए। शहबाज शरीफ भी समित में हिस्सा लेने के लिए सज धज कर रियाद पहुंचे। लेकिन जब ग्रुप फोटो आई तो पाकिस्तान की हैसियत सामने आई।
फोटो में सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ महत्वपूर्ण देशों के लीडर तो पीछे की लाइन में पाकिस्तान के वजीर ए आजम खड़े दिखाई दिए। बड़ी मुश्किल से उनका चेहरा दिखाई दे रहा था। तस्वीर में ऐसा लग रहा था कि मानो शहबाज अपना चेहरा दिखाने के लिए किसी तरह अपने सामने के लीडर की बगल से झांक रहे हैं। इस समिट में 50 से ज्यादा देशों के नेताओं ने हिस्सा लिया और साथ ही तस्वीर भी खिंचवाई। लेकिन शहबाज शरीफ मुस्लिम देश में भी वर्ल्ड लेवल की हो रही कॉन्फ्रेंस में ही किनारे लगा दिए गए। ये देख कर पाकिस्तानियों को शर्मिंदगी महसूस हो गई। दरअसल, पाकिस्तानियों ने सोचा कि अरब इस्लामिक समिट है इसलिए अरब देशों को आगे खड़ा किया गया। लेकिन सच्चाई ये है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पहली लाइन में हैं। तुर्कीए के राष्ट्रपति उनके साथ खड़े हैं। यहां तक की सेंट्रल एशिया के लीडर भी उनसे बेहतर पोजीशन पर खड़े हैं।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रियाद में अरब और मुस्लिम नेताओं के एक शिखर सम्मेलन के उद्घाटन पर मांग की है कि इज़राइल गाजा और लेबनान में अपनी सैन्य आक्रामकता को तुरंत रोक दे। संयुक्त अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) शिखर सम्मेलन से पहले एक संबोधन में क्राउन प्रिंसने फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों के खिलाफ किए गए नरसंहार की निंदा की।