By अभिनय आकाश | Mar 20, 2025
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 18 माओवादी मारे गए। सुबह 7 बजे से ही दोनों समूहों के बीच गोलीबारी चल रही है, जिसमें एक डीआरजी जवान शहीद हो गया। बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के सीमावर्ती इलाकों में माओवादी विरोधी अभियान के तहत गंगालूर पुलिस थाने के अंतर्गत एक संयुक्त टीम तैनात की गई थी। इलाके में मुठभेड़ और तलाशी अभियान अभी भी जारी है। पहली और बड़ी मुठभेड़ में, बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर गंगालूर के घने जंगल में अठारह नक्सली और एक पुलिस जवान मारे गए। सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए तलाशी अभियान के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई।
बता दें कि बीजापुर के इस हिस्से में पुलिस और नक्सलियों के बीच कई बार मुठभेड़ हो चुकी है। नक्सलियों के पांव उखाड़ने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। हालही में इस इलाके में 31 नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया था। माना जा रहा है नक्सलियों के खिलाफ आज भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। नक्सली इस इलाके को अपना सेफ जोन मानते रहे है। तब गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट में कहा था कि मैं अपना संकल्प भी दोहराता हूं कि 31 मार्च 2026 से पहले हम देश सेनक्सलवाद को पूरी तरह खत्म कर देंगे, ताकि देश के किसी भी नागरिक को इसके कारण अपनी जान न गंवानी पड़े।
बस्तर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, रविवार सुबह जंगलों में मुठभेड़ हुई। बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए। मुठभेड़ में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एक जवान सहित दो जवानों की जान चली गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए।