By दिनेश शुक्ल | Nov 01, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश विधान सभा उप चुनाव का प्रचार अपने अंतिम दौर में है। नेता मंचों से लगातार अपनी पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील जनता से कर रहे है। वही मध्य प्रदेश की राजनीति में सात माह पहले मार्च के महिने में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके समर्थक विधायक भी विधानसभा की सदस्यता छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके बाद इन खाली विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हो रहे है। इस चुनाव में कभी कांग्रेस प्रत्याशी रहे नेता अब भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे है और अपनी पुरानी पार्टी को जीभर कर कोस रहे है। लेकिन शनिवार को मंत्री और डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के समर्थन में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनके पक्ष में वोट की अपील करते समय 03 नवम्बर को होने वाले मतदान के दिन हाथ के पंजे यानि कांग्रेस को वोट करने की अपील कर दी। हालंकि बाद में वह हड़बड़ाते हुए बोले कमल के फूल वाला बटन दबेगा और हाथ के पंजे वाले बटन को बोरी बिस्तर बांधकर रवाना करेंगे।
जोश से भरे सिंधिया ने मंच से लोगों को कहा, 'आप अपना पूर्ण आशीर्वाद इमरती देवी जी को प्रदान करो। डबरा की मेरी जानदार और शानदार जनता, हाथ उठाकर, मुट्ठी बांधकर हमें विश्वास दिलाओ की तीन तारीख को हाथ के पंजे वाला बटन दबेगा।' हालांकि सिंधिया को तुरंत आभास हुआ कि वह गलत बोल गए और उन्होंने इसे सुधारते हुए कहा कि कमल के फूल वाला बटन दबेगा। इस दौरान मंच पर हाथ जोड़े सिंधिया के साथ खड़ी इमरती देवी भी अपनी हंसी रोक नहीं पाईं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस अपील का वीडियो आग की तरह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसको लेकर कांग्रेस ने खूब चुटकी ली। कांग्रेस कमेटी के ग्वालियर-चंबल संभाग के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि –“दिल की बात जुबां पर आ ही जाती है, अभी डबरा में उनकी इमरती के समर्थन में हुई सभा में श्रीअंत बोल गए कि 3 तारीख को हाथ के पंजे का बटन दबाना है, उन्हें भी अहसास कि पंजा और कमल नाथ वापस आ रहे हैं, आप और मामू....?” यही नहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने ट्वीटर से इसे ट्वीट करते हुए लिखा कि “ सिंधिया जी, मध्यप्रदेश की जनता विश्वास दिलाती है कि तीन तारीख़ को हाथ के पंजे वाला बटन ही दबेगा”
मंत्री व डबरा से प्रत्याशी इमरती देवी के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रोड शो किया था। शनिवार को शहर के पुरानी मंडी परिसर में चुनावी सभा आयोजित हो रही थी। जहां मुख्यमंत्री मंचासीन थे। तभी सिंधिया की जुबान लड़खड़ा गई और उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए वोट की अपील कर दी। अंग्रेजी में कहावत हैं कि “Old habits die hard" कुछ इसी तरह सिंधिया की जुबान भी फिसल गई। जिसे लोग अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल कर रहे है और तरह-तरह की टिप्पणीयां करते नज़र आ रहे है।
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह किसी नेता की जुबान फिसली हो इससे पहले सिंधिया के सबसे खास समर्थक माने जाने वाले सांवेर विधानसभा से अब भाजपा प्रत्याशी तुलसीराम सिलावट की भी जुबान इसी तरह फिसली थी जब वह सिंधिया के समर्थन नें सात महीने पहले कांग्रेस से पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे और उन्हें भाजपा की शिवराज सरकार में जलसंसाधन मंत्री बना दिया गया था। लेकिन उन्होंने उस दौरान एक ऐसा बयान दे दिया था जिससे हड़कंप मचा दिया था। तुसलीराम सिलावट ने कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे के बारे में मीडिया से बात करते हुए देश के पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और शिवराज सिंह चौहान को देश के लिए कलंक बता दिया था। इस बयान के बाद सिलावट भी काफी ट्रोल हुए थे। लेकिन बात वही है अंग्रेजी में कहावत वाली कि “Old habits die hard" !