बता दें कि सिंधिया ने 18 साल कांग्रेस में रहने के बाद मार्च 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की मात्र 15 महिने पुरानी कमलनाथ सरकार भी गिरा दी थी। उस समय कांग्रेस के करीब 22 विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वही सोमवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस की युवा शाखा के एक कार्यक्रम में कांग्रेस के संठगन की अहमियत बताने के लिए कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर कांग्रेस में होते तो वे सीएम बन सकते थे, लेकिन अब भाजपा में वे बैकबेंचर बन गए हैं। भाजपा में रहते ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठ सकते, इसके लिए उन्हें वापस कांग्रेस में लौटना पड़ेगा।