By अंकित सिंह | Sep 28, 2023
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी भी अब सक्रिय हो गई है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव खजुराहो पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के साथ काम किया और हमारी रणनीति पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्याक) है, उससे मुझे उम्मीदें हैं, अगर हम पीडीए को लेकर एमपी में काम करेंगे तो मेरा मानना है कि हम राज्य में एक बड़ा बदलाव देख सकते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाजपा ने यहां वर्षों तक शासन किया है लेकिन क्या मध्य प्रदेश ने प्रगति की? उत्तर प्रदेश से सटे जिलों में समाजवादी पार्टी का प्रभाव देखने को मिलता है।
इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन पर मध्य प्रदेश में अपनी किस्मत आजमा सकती है। अखिलेश ने आगे कहा कि लोकसभा में ये कहकर महिला आरक्षण पास किया गया कि माताओं-बहनों के सम्मान के लिए ये योजना लाई गई है। भाजपा के लोग इसका धूम-धाम से प्रचार कर रहे हैं लेकिन ना जाने कब ये लागू होगा। उन्होंने कहा कि उससे पहले भाजपा को कम से कम मध्य-प्रदेश के प्रत्याशियों की सूची में 33% महिलाओं का नाम हो। अगर ये नहीं देते हैं तो इसका मतलब है कि देश की जनता को धोखा देने के लिए बिल पास किया गया है। अभी की सूची में ऐसा नहीं दिख रहा है। समाजवादी पार्टी अपने स्तर पर इस पर विचार करेगी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी को अगर 20 प्रतिशत महिलाएं लड़ानी पड़ी तो लड़ाएंगे। सपा की मांग है और घोषणा पत्र में शामिल करेंगे कि यहां कि गरीब माताओं बहनों को 6000 रुपए मिले। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कह रहे हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट है, अगर सबसे बड़ा प्लांट है तो बिजली क्यूं नहीं मिल रही गरीबों को? किसान की आय दोगुनी की बात की। मैं जानता हूं उत्तर प्रदेश में ये किसानों को कीमत नहीं दे पाए और यहां भी आय दोगुनी नहीं दे पाए। बीजेपी ने बड़े उद्योपतियों को लाइसेंस देकर गेहूं खरीदवा दिया।