By एकता | Feb 25, 2024
लोकसभा चुनाव से पहले मायावती और उनकी बहुजन समाज पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडेय ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पांडेय के इस्तीफे के बाद उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरें तेज हो गयी हैं। खबरों के मुताबिक, पांडेय आज दिल्ली जाकर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बता दें, रितेश पांडेय उन 9 सांसदों में शामिल थे, जिन्होंने संसद के बजट सत्र के दौरान संसद भवन की कैंटीन में बैठकर पीएम मोदी के साथ लंच किया था।
रविवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पांडेय ने अपना त्यागपत्र साझा किया। त्यागपत्र में उन्होंने पार्टी बैठकों में नहीं बुलाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, 'लंबे समय से मुझे न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा था और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा था। मैंने आपसे तथा शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क करने के लिए, भेंट करने के अनगिनत प्रयास किए लेकिन कोई हल नहीं निकला। इस दौरान में अपने क्षेत्र में लोगों से और पार्टी कार्यकर्ताओं से लगातार मिलता रहा।'
उन्होंने आगे लिखा, 'मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब कोई जरूरत नहीं है इसलिए मेरे पास पार्टी से इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पार्टी से नाता तोड़ने का फैसला भावात्मक रूप से कठिन फैसला है। आपसे आग्रह है कि मेरे इस त्यागपत्र को अविलंब स्वीकार किया जाए। मैं आपके और पार्टी के प्रति पुनः आभार व्यक्त करता हूं तथा शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।'
यूरोपियन स्कूल लंदन से अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले 42 वर्षीय रितेश पांडेय राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता राकेश पांडेय उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2022 के चुनाव में आंबेडकरनगर जिले के जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुने गये। इसके पहले राकेश पांडेय 2009 से 2014 तक आंबेडकर नगर के सांसद रहे थे।
रितेश पांडेय 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उस समय राज्य सरकार में मंत्री रहे मुकुट बिहारी वर्मा को पराजित किया था। इसके पहले रितेश पांडेय 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालपुर से ही बसपा के विधायक चुने गये थे। बसपा प्रमुख ने रितेश पांडेय को लोकसभा संसदीय दल का नेता बनाया था। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और राज्य की 80 सीटों में 10 सीटों पर जीत हासिल की थी।