By रेनू तिवारी | Oct 15, 2024
दुर्गा प्रतिमा जुलूस के दौरान मंसूर गांव के महराजगंज इलाके में सांप्रदायिक झड़प में 22 वर्षीय एक युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद बहराइच में सोमवार को तनाव रहा। अब एक दिन बाद बहराइच में दुर्गा जुलूस के दौरान मारे गए एक युवक के अंतिम संस्कार के जुलूस में एक बड़ी भीड़ शामिल थी। इस भीड़ में शामिल कुछ लोगों के हाथ में लाठी-डंडे थे। मृतक के परिवार और अन्य लोगों ने तनाव पूर्ण दिन पर हुई हत्या के लिए न्याय की मांग की। हिंसा के दौरान दुकानों में आग लगा दी गई और गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई। इसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसके परिणामस्वरूप आगजनी, बैरिकेडिंग और न्याय की मांग की गई। हिंसा को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
युवक के अंतिम संस्कार से विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर भारी पुलिस बल और तनाव के बीच किया गया। जिले में अब भी तनाव बना हुआ है और युवक का परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है। हिंसा के दौरान मारे गए राम गोपाल मिश्रा (22) की मां मुन्नी देवी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ सेवा से कहा, ‘‘मेरा बेटा मर गया, हमें न्याय चाहिए।’’ बहराइच की महसी तहसील के मंसूर गांव में रविवार को भड़की हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 10 नामजद और 24 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हिंसा के दौरान मिश्रा की मौत के बाद पथराव और गोलीबारी में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों ने अब तक तीन गिरफ्तारियों की पुष्टि की।
चार महीने पहले ही हुई थी राम गोपाल मिश्रा की शादी
भाजपा विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने कहा, "राम गोपाल का अंतिम संस्कार उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किया गया है।" विधायक ने पीटीआई से कहा, "उसकी शादी अभी चार महीने पहले ही हुई थी। उसका परिवार उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता है।"
बढ़ते तनाव के बीच गिरफ्तारी और छापेमारी
अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मिश्रा की हत्या के मुख्य आरोपी सलमान को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए पीएसी, सीआरपीएफ और आरएएफ के जवानों सहित कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। न्याय और मुआवजे की मांग मिश्रा परिवार राजनीतिक नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर को गिराने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। इस घटना को लेकर भाजपा और विपक्षी दल राजनीतिक लड़ाई में उलझे हुए हैं। सरकार की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय उत्तर प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों को बहराइच भेजा गया और गलत सूचना फैलने से बचने के लिए इंटरनेट गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया। स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण से बाहर है, पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है।
बहराइच में हिंसा भारत को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सांप्रदायिक हिंसा कुछ ताकतों की व्यापक साजिश का हिस्सा है जो पिछले कुछ महीनों में मजबूत हुई हैं तथा भारत को आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक रूप से कमजोर करना चाहती हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, कुछ ताकतें हैं जो पिछले कुछ महीनों में मजबूत हुई हैं और भारत को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से कमजोर करना चाहती हैं। उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं (बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा) उन ताकतों के हथियार हैं। त्रिवेदी ने जून में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों में ये ताकतें मजबूत हुई हैं।
हिंसा पर सरकार का बयान
हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा।’’ उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी।’’ मौर्य ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। मौर्य ने कहा, ‘‘मैं सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।’’
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘एक्स’ पर हिंदी में किए गए एक पोस्ट में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा की खबर और प्रशासन की निष्क्रियता बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य के मुख्यमंत्री और राज्य प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करने, जनता को विश्वास में लेने और हिंसा को रोकने की अपील करती हूं। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मेरी जनता से विनम्र अपील है कि कृपया कानून को अपने हाथ में न लें।’’ इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में शांति की अपील की और बहराइच हिंसा को ‘दुखद’ बताया। उन्होंने कहा, “सरकार हिंसा का कारण जानती है। चौकी प्रभारी या छोटे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से स्थिति में सुधार नहीं होगा। प्रशासन को (दुर्गा प्रतिमा) जुलूस निकाले जाने के दौरान सतर्क रहना चाहिए था।”