By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 29, 2023
राजस्थान पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मोहपाश में फंसकर रणनीतिक जानकारी साझा करने के आरोप में एक कथित जासूस को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) एस. सैंगाथिर ने बताया कि आईएसआई की गतिविधियों पर लगातार निगरानी के दौरान यह बात सामने आई कि बीकानेर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित आनंदगढ़ खाजूवाला निवासी नरेन्द्र कुमार ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि साथ ही यह बात भी पता चली कि नरेन्द्र कुमार दो महिला हैंडलर के साथ लगातार संपर्क में था और रणनीतिक जानकारी साझा कर रहा था।
सैंगाथिर ने बताया कि जयपुर में आरोपी से संयुक्त पूछताछ केन्द्र पर विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान नरेन्द्र कुमार (22) ने बताया कि वह लगभग दो वर्ष पूर्व फेसबुक पर ‘‘पूनम बाजवा’’ के नाम से संचालित अंकाउंट के संपर्क में आया। सैंगाथिर के अनुसार नरेन्द्र कुमार ने बताया कि पूनम ने स्वयं को भटिंडा निवासी बताते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में डेटा एंट्री आपरेटर के पद पर कार्यरत बताया। सैंगाथिर ने बताया कि पूनम बाजवा द्वारा नरेन्द्र से दोस्ती करके भविष्य में शादी करने का प्रलोभन दिया गया और कुछ समय बाद उसने अपना व्हाट्सऐप नंबर साझा किया।
उन्होंने बताया कि नरेन्द्र से निरंतर संपर्क में रहते हुए पूनम अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सड़क पुल, बीएसएफ पोस्ट, टावर, सेना की गाड़ियों की तस्वीर, प्रतिबंधित स्थानों की तस्वीर एवं वीडियो की मांग करती थी जिसे नरेन्द्र सीमा क्षेत्र से एकत्रित कर उसे व्हाट्सऐप के जरिये भेजता था। उन्होंने बताया कि नरेन्द्र पिछले कुछ समय से एक अन्य महिला पाकिस्तानी हैण्डलर के भी संपर्क में था। उन्होंने बताया कि उक्त महिला स्वयं का नाम सुनिता बताते हुए खुद को एक पत्रकार बताते हुए सीमा क्षेत्र की सूचनाएं नरेन्द्र से मांगा करती थी।
सैंगाथिर ने बताया कि नरेन्द्र इस महिला एजेंट के साथ भी रणनीतिक महत्व की सूचनाएं साझा कर रहा था। उन्होंने बताया कि संदिग्ध से संयुक्त पूछताछ एवं मोबाइल फोन की तकनीकी जांच में यह बात सामने आयी कि संदिग्ध नरेन्द्र कुमार ने महिला पाकिस्तानी हैण्डलर के मोहपाश में फंसकर अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुडी रणनीतिक महत्व की संवेदनशील सूचनाएं साझा कर रहा था। उन्होंने बताया कि आरोपी के विरूद्ध शासकीय गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत एक मामला दर्ज करके गिरफ्तार किया गया है।