By अंकित सिंह | Jul 06, 2023
राजस्थान में स्थल विधानसभा के चुनाव होने हैं। हालांकि राजस्थान में कांग्रेस के लिए स्थितियां उतनी अनुकूल नहीं है। दरअसल कांग्रेस के भीतर ही अंर्तकलह की स्थिति है। एक ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुट है तो दूसरी ओर सचिन पायलट है। इन सब के बीच आज दिल्ली में राजस्थान को लेकर कांग्रेस की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसके अलावा अशोक गहलोत भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक के बाद पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने साफ तौर पर कहा कि राजस्थान में हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सितंबर के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेताओं के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है। मीडिया में किसी भी तरह का बयान देने से बचना होगा। उन्होंने कहा कि आज इस बैठक में सीएम और पीसीसी चीफ समेत राजस्थान कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए। सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कांग्रेस राजस्थान चुनाव जीत सकती है, बशर्ते राजस्थान कांग्रेस में एकजुटता हो। आज सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया। जीतने की क्षमता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित की जाएगी।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि सभी को सख्त अनुशासन का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही चर्चा होनी है और पार्टी की अंदरूनी राजनीति के बारे में पार्टी से बाहर बोलने की आजादी किसी को नहीं है। इसका उल्लंघन करने वालों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
बैठक को लेकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि जन-सेवा, राहत और सबका उत्थान, प्रगति के पथ पर बढ़ता राजस्थान। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुँचाया है। पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी। राजस्थान का हर वर्ग - किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त कर रहा है। हम सब की आकांक्षाओं का ख़्याल रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है। इस बार इतिहास बदलेगा।