By अभिनय आकाश | Feb 01, 2023
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में प्रस्ताव सात प्राथमिकताएं समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र हैं। बजट का मुख्य आकर्षण पर्सनल इनकम टैक्स से जुड़ी पांच बड़ी घोषणाएं रहीं, जिसमें नई टैक्स व्यवस्था के तहत टैक्स स्लैब में बदलाव भी शामिल है।
मित्र काल...': बजट 2023 को लेकर सरकार पर राहुल का हमला
मोदी सरकार द्वारा 2024 के आम चुनाव से पहले अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "'मित्र काल' बजट में नौकरियां पैदा करने का कोई विजन नहीं है, महंगाई से निपटने की कोई योजना नहीं है, असमानता को दूर करने का कोई इरादा नहीं है। राहुल ने कहा कि 1% सबसे अमीर 40% संपत्ति के मालिक हैं, 50% सबसे गरीब जीएसटी का 64% भुगतान करते हैं, 42% युवा बेरोजगार हैं- फिर भी, पीएम को परवाह नहीं है! यह बजट साबित करता है कि भारत के भविष्य के निर्माण के लिए सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है।
कांग्रेस सांसद पी. चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहीं भी बेरोजगारी, गरीबी, असमानता या समानता जैसे शब्दों का जिक्र नहीं किया। बजट से पता चलता है कि सरकार लोगों की आजीविका, उनकी चिंताओं, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता के बारे में परवाह नहीं करती है। इस बजट से किसे फायदा हुआ है? निश्चित रूप से, गरीब को नहीं, नौकरी की तलाश कर रहे युवा को नहीं, नौकरी से निकाले जाने वाले युवा को नहीं, करदाता को नहीं और गृहिणी को भी नहीं।