By अनुराग गुप्ता | Nov 29, 2021
नयी दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का एक साल पूरा हो चुका है। केंद्र की मोदी सरकार ने कानूनों को वापस लेने का प्रस्ताव भी संसद पटल पर रख दिया है। खबर लिखे जाने तक कृषि कानूनों की वापसी का प्रस्ताव लोकसभा में पास हुआ हो चुका है। माना जा रहा है कि शाम होते-होते राज्यसभा से भी कानूनों की वापसी पर मुहर लग जाएगी। इसी बीच अहम खबर सामने आई है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे को लेकर पंजाब के किसान संगठन अहम बैठक करेंगे।
MSP पर ठोस प्रस्ताव सामने लाए सरकार
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने पंजाब संगठनों के नेताओं के साथ एमएसपी मुद्दे पर बात होगी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि आज पंजाब के संगठनों की बैठक है। पहले दिन से हमने एमएसपी, पावर बिल, एयर क्वालिटी बिल के मुद्दे को भी रखा था। पंजाब के संगठनों के नेताओं के साथ चर्चा होगी कि एमएसपी के मुद्दे पर कैसे ध्यान दिया जाए। ताकि सरकार एमएसपी को लेकर ठोस प्रस्ताव के साथ किसानों के सामने आए। वहीं दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत ने लोकसभा में कृषि कानून वापसी प्रस्ताव के पारित होने पर कहा कि आंदोलन अभी जारी रहेगा।
जारी रहेगा किसान आंदोलन
उन्होंने कहा कि जिन 700 किसानों की मृत्यु हुई उनको ही इस बिल के वापस होने का श्रेय जाता है। एमएसपी भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 29 नवंबर को किसानों की ट्रैक्टर रैली को स्थगित कर दिया था। हालांकि, एसकेएम ने सरकार के समक्ष एमएसपी गारंटी कानून समेत 6 मांगें रखी है और सरकार के जवाब का इंतजार कर रही है।