By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 28, 2022
कोलंबो| श्रीलंका की विपक्षी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) ने शुक्रवार को कहा कि रानिल विक्रमसिंघे प्रधानमंत्री पद के लिए पात्र नहीं हैं क्योंकि 2020 के आम चुनावों में लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया था।
इस बीच, पार्टी ने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक में भाग नहीं लिया और संवैधानिक संशोधनों के लिए कई प्रस्ताव पेश किए। जेवीपी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा कि इस संशोधन के जरिए प्रधानमंत्री को अधिक शक्तियां मिलेंगी जबकि कार्यकारी राष्ट्रपति की शक्तियां विभिन्न संरचनाओं में निहित होंगी।
उन्होंने जोर दिया कि विक्रमसिंघे ऐसे विशेष और अतिरिक्त अधिकार के साथ प्रधानमंत्री का पद संभालने के लिए पात्र नहीं हैं क्योंकि वह ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्हें लोगों ने खारिज कर दिया था। विक्रमसिंघे 2020 के संसदीय चुनावों में कोलंबो से हार गए थे और उनकी यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) उस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पायी थी।
उन्हें इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका का 26वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था, जब महिंदा राजपक्षे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर उनके समर्थकों द्वारा हमले को लेकर हुई हिंसा के बाद इस्तीफा दे दिया था।