By अंकित सिंह | Oct 04, 2023
दरभंगा एम्स के निर्माण में देरी को लेकर बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ पार्टी नेता गोपाल जी ठाकुर और उनके समर्थकों के नेतृत्व में भूख हड़ताल में भाग लेने वाले एक भाजपा कार्यकर्ता बुधवार को बीमार पड़ गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। घटना के वक्त केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और नित्यानंद राय भी धरना स्थल पर मौजूद थे। गौरतलब है कि दरभंगा एम्स का मुद्दा लंबे समय से केंद्र और बिहार सरकार के बीच गंभीर विवाद का विषय बना हुआ है। जबकि केंद्र ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा प्रदान की गई भूमि प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान के निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अस्पताल के निर्माण के लिए "सर्वोत्तम संभव" भूमि प्रदान की है।
गोपाल जी ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है। दरभंगा एम्स के साथ साजिश बंद करे बिहार सरकार। उन्होंने कहा कि चच्चा भतीजे की बिहार में कुशासन की सरकार चल रही है। दरभंगा एम्स की मांग को लेकर दरभंगावासी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, पर बिहार की निरंकुश व निष्ठुर सरकार को कोई सुध नहीं है। 8 करोड़ मिथिलावासियों के हक के लिए हमारा संघर्ष, जोश व लगन के साथ जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स के लिए बिहार सरकार को निर्माण के लिए जमीन देनी ही पड़ेगी। इससे पहले अनशन स्थल पर विकास विरोधी, दरभंगा एम्स विरोधी मानसिकता वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा एवं रामचरितमानस (सुन्दरकांड पाठ) किया गया था।
मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया था कि एम्स के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई जमीन दरभंगा हवाई अड्डे के करीब भी है। भगवान जाने क्यों उन्होंने (केंद्र सरकार) जमीन देने से इनकार कर दिया। ऐसा लगता है कि वे इसमें देरी करना चाहते हैं। उनकी मंशा संदिग्ध है। राज्य सरकार ने बाद में एम्स के लिए जो जमीन उपलब्ध कराई, वह सबसे अच्छी उपलब्ध भूमि है और अच्छी तरह से जुड़ी हुई है। सीएम कुमार ने कहा, अगर केंद्र को दरभंगा में एम्स बनाना है, तो इसे राज्य द्वारा दी गई जमीन पर बनाना होगा। इस बीच, दो दिन पहले विरोध प्रदर्शन के लिए बनाया गया मंच टूट गया, जिससे कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को मामूली चोटें आईं। खबरों के मुताबिक, दरभंगा से बीजेपी सांसद गोपाल जी ठाकुर सभा को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान मंच टूट गया।