By अंकित सिंह | Jul 03, 2021
देश की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए खुदरा और थोक व्यापारियों को राहत दी थी। इस फैसले के तहत खुदरा एवं थोक व्यापारियों को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों के तहत लाने का फैसला किया गया था। इस बात की जानकारी खुद केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को दी थी। अब इसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे फैसले को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि उनकी सरकार इस समुदाय को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबंध है। खुदरा एवं थोक व्यापार को एमएसएमई के तहत लाने के फैसले के कारण खुदरा और थोक व्यापारियों को भी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों से प्राथमिकता प्राप्त श्रेणी में ऋण उपलब्ध हो सकेगा। इससे ये क्षेत्र भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बैंकों की प्राथमिकता प्राप्त श्रेणी के तहत ऋण का लाभ उठा सकेंगे।
खुदरा तथा थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के दायरे में लाने के सरकार के फैसले को उद्योग संगठनों ने ‘ऐतिहासिक’करार दिया है। उसका कहना है कि इससे खुदरा और थोक व्यापार को भी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों से प्राथमिकता प्राप्त श्रेणी में ऋण उपलब्ध हो सकेगा। इससे पहले शुक्रवार को दिन में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के तहत लाने की घोषणा की।