By एकता | Dec 15, 2024
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया। उन्होंने पीएम मोदी पर जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करना करने का आरोप लगाया। बता दें, प्रधानमंत्री ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता के लालच में संविधान को बार-बार 'लहूलुहान' किया जबकि 2014 में आई उनकी सरकार की नीतियों और फैसलों का उद्देश्य संविधान की दृष्टि के अनुरूप भारत की ताकत और एकता को बढ़ावा देना है।
जयराम रमेश ने कहा, 'अगर नेहरू जी नहीं होते, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या होता? कल उन्होंने झूठ पर झूठ बोला।' उन्होंने आगे कहा, 'ने 1951 में किए गए पहले संशोधन के बारे में बहुत बात की, इस संशोधन के होने के तीन कारण थे, 1) विभाजन के बाद भयंकर सांप्रदायिक प्रचार था, 2) अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण प्रावधानों को अदालत ने रद्द कर दिया था, 3) जमींदारी प्रथा को खत्म करने के लिए बनाए गए अधिनियमों को उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था, इससे निपटने के लिए पहला संशोधन आया।'
पीएम मोदी ने लोकसभा में आपातकाल का जिक्र किया था। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब देश संविधान 25 वर्ष पूरे कर रहा था तब हमारे देश में संविधान को नोंच दिया गया। देश में आपातकालीन लाया गया। प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया। कांग्रेस के माथे का ये पाप कभी नहीं धुलेगा। इसपर कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'वे आपातकाल की बात करते हैं, क्या अब अघोषित आपातकाल नहीं है?'
जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी विफलताओं पर पूरी तरह चुप्पी साधे रहते हैं। उन्होंने कहा, 'अडानी के मुद्दे पर चुप, किसानों के मुद्दे पर चुप, अलग-अलग राज्यों में फैलाए जा रहे सांप्रदायिक तनाव पर चुप, चीन को दी गई क्लीन चिट, आपने (मोदी) उस बारे में कुछ नहीं कहा। बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका के साथ हमारे रिश्ते कैसे होने चाहिए, इस बारे में कुछ नहीं कहा... केवल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, आप कब तक इसे जारी रखेंगे, आपको आज के बारे में बात करनी चाहिए।'