By एकता | Dec 15, 2024
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी लगातार राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों के मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साध रही है। इसी कड़ी में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा। अपने इस पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार पर शहर के विभिन्न हिस्सों में 'बड़ी संख्या में अवैध रोहिंग्या' को बसाने का आरोप लगाया। दिल्ली सीएम ने अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के कुछ पुराने ट्वीट का भी जिक्र किया। दिल्ली सीएम के आरोपों पर हरदीप सिंह पुरी ने जवाब दिया है। उन्होंने आप पर भटकाव, झूठे विमर्श और आधा अधूरा सच बताने की राजनीति करने का आरोप लगाया।
शाह को लिखे अपने पत्र में आतिशी ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के 2022 में किए गए दो ट्वीट का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा, 'केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने 17 अगस्त, 2022 को दो ट्वीट किए थे जिनसे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि इन शरणार्थियों को दिल्ली में बसाना भाजपा सरकार का ‘सोचा-समझा निर्णय और नीति’ है।'
आतिशी ने कहा, 'पुरी के पोस्ट से ऐसा लगता है कि उन्हें बक्करवाला के कई ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) फ्लैट में बसाया गया था। ये फ्लैट दिल्ली के गरीब लोगों के लिए थे। ऐसा लगता है कि दिल्ली के लोगों के अधिकार और सुविधाएं प्रवासियों को दी जा रही हैं।'
आतिशी के आरोपों पर पलटवार करते हुए पुरी ने ‘एक्स’ पर लिखा, 'आम आदमी पार्टी ने ध्यान भटकाने, झूठी कहानियों और आधे सच की राजनीति जारी रखी है। अवैध रोहिंग्या प्रवासियों के बारे में तथ्य और वास्तविक स्थिति को उसी दिन ट्वीट के माध्यम से स्पष्ट किया गया था, जिसे उन्होंने चुनिंदा रूप से अनदेखा करना चुना और ऐसा करना जारी रखा। किसी भी रोहिंग्या प्रवासी को दिल्ली में सरकारी घर नहीं दिया गया है। वास्तव में, AAP के झूठे दावों के विपरीत, वे वास्तव में वे लोग हैं जो दिल्ली में अवैध रोहिंग्याओं की मेजबानी करते हैं, उन्हें बड़ी संख्या में बसाते हैं, उन्हें बिजली और पानी देते हैं और उन्हें ₹10,000 भी देते हैं।'
उन्होंने आगे लिखा, 'यदि वे उन घोटालों पर अपनी स्थिति बताते हैं, जिनके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा, शीश महल, परियोजनाओं को रोकने के लिए RRTS और दिल्ली मेट्रो के चरण-4 में राज्य का हिस्सा देने से इनकार करना और PM-UDAY योजना में देरी करना जब तक कि हम दिल्ली की अब तक अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को मालिकाना हक देने के लिए अपने दम पर आगे नहीं बढ़ते। उन्हें कई अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में भी याद दिलाना चाहूंगा जिनके लिए दिल्ली सरकार ने अपना हिस्सा नहीं दिया लेकिन अंततः केंद्र द्वारा पूरा किया गया, जिसने पूरी लागत वहन की - आईटीओ में स्काईवॉक, रानी झांसी रोड ग्रेड सेपरेटर और महिपालपुर में फ्लाईओवर-कम-अंडरपास।'
अंत में पुरी ने लिखा, 'झूठ के सहारे, केजरीवाल बेचारे! जब से दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ अभियान शुरू हुआ है तब से पनाह देने वालों का दर्द और बढ़ गया है। अवैध रोहिंग्या बस्ती में मुफ़्त बिजली, पानी व अन्य सुविधाओं के साथ घुसपैठियों को ₹10,000 देने वाले केजरीवाल जी एक बार फिर दिल्ली के लोगों को गुमराह करने में जुटे हैं। अफवाह गैंग के मुखिया केजरीवाल जी को मेरा पुराना ट्वीट दिख गया लेकिन महज कुछ ही घंटे बाद उसका clarification नहीं दिखा और ना ही वो कोई ऐसा रोहिंग्या ला पाये जिसको कहीं कोई मकान मिला हो। खैर, दिल्ली को नशे की राजधानी बनाने की मंशा रखने वाले, शराब घोटाले में जेल जा चुके और शीश महल बनवाने वाले केजरीवाल जी का कुछ ऐसी ही बेबुनियाद बयानबाजी कर पलटने और कोर्ट में माफ़ी मांगने का इतिहास रहा है।'