By नीरज कुमार दुबे | Aug 19, 2023
कुछ समय आप यही खबरें पढ़ते रहे होंगे कि जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से घुसपैठ हो गयी या सीमा पार से आये आतंकवादियों ने किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे दिया। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। सीमा पार से परिंदा भी पर मारने से पहले दस बार सोचता है तो पाकिस्तानी आतंकवादियों की बिसात ही क्या है। भारत की धरती पर पैर रखने से पहले ही आतंकवादी ठोंक दिये जाते हैं इसलिए भले सीमा के उस पार लॉन्च पैडों पर आतंकवादी बम और बंदूक लेकर तैयार बैठे हों लेकिन भारत में घुसने की उनकी हिम्मत नहीं हो पा रही है। हम आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से घुसपैठ की कोई घटना संज्ञान में नहीं आयी है जोकि हमारे सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी है।
इस बारे में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक (जम्मू सीमा) डीके बूरा ने कहा है कि बल के ‘अच्छे कार्य’ का सबूत यह है कि ‘लंबे समय से’ जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की कोई घटना सामने नहीं आयी है। सीमावर्ती सांबा जिले में बल द्वारा शुरू किये गये पौधरोपण अभियान के दौरान बीएसएफ के महानिरीक्षक (जम्मू सीमा) डीके बूरा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बल का प्राथमिक उद्देश्य सीमापार से आतंकवादियों को देश में घुसपैठ करने से रोकना है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान चौकन्ना रहते हैं और वे सीमा पार से घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए तत्पर रहते हैं।
बूरा ने कहा, ''अतीत में लंबे समय से (अंतरराष्ट्रीय सीमा पर) किसी के संज्ञान में घुसपैठ का कोई मामला नहीं आया है। यह साबित करता है कि बीएसएफ सीमा पर अच्छा काम कर रहा है। हम इसे करते रहेंगे। हमारा ध्यान उस दिशा में बना रहेगा। इसे और तेज किया जाएगा।’’ उन्होंने कह कि बीएसएफ का ध्यान सीमा के उस पार बैठे आतंकवादियों पर नहीं होता है। उन्होंने कहा, ''हम इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं कि कितने आतंकवादी वहां हैं। हमारा ध्यान अपने काम पर होता है। हमारा काम किसी को घुसपैठ नहीं करने देना है। किसी को इस तरफ नहीं आने देना है।’’
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का बयान
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश में शांति और सुरक्षित माहौल बनाए रखने में सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना की है। मनोज सिन्हा ने सेना के 92 बेस अस्पताल में अत्याधुनिक सीटी स्कैन सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने सीटी स्कैन सेंटर को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए अस्पताल के डॉक्टरों और पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने सीएसआर (कारोबारी सामाजिक दायित्व) पहल और सशस्त्र बलों के साथ सहयोग के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया। उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘यह उन बहादुर जवानों को सर्वोत्तम संभव देखभाल सुविधा प्रदान करने के हमारे वादे की पुष्टि है जो ‘सेवा परमो धर्म’ के आदर्श वाक्य के साथ अग्रिम मोर्चे पर सेवा करते हैं और हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं।’’ मनोज सिन्हा ने कहा कि यह सैनिकों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है और यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें वह असाधारण देखभाल सुविधा मिले जिसके वे हकदार हैं। उपराज्यपाल ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षित माहौल बनाए रखने में सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने समाज के हर वर्ग, कारोबारी घरानों और संगठनों से सैनिकों के लिए बेहतर सुविधाएं बनाने की दिशा में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए एक इकाई और एक टीम के रूप में साथ आने का आह्वान किया। उपराज्यपाल ने सुरक्षा बलों के जवानों के बेहतर स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में 92 बेस अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नयी सुविधा त्वरित निदान सुनिश्चित करेगी और बेहतर उपचार प्रदान करने में मदद करेगी।