By अभिनय आकाश | Sep 23, 2023
भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए एक डोजियर में कहा गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्ज ने कनाडा की धरती पर अपने संगठन और व्यक्तियों को प्रशिक्षण, वित्तपोषण और संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। निज्जर ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की सहायता से पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिया था और देश के अन्य खालिस्तानी नेताओं के साथ संबंध बनाए रखा था। दस्तावेज़ में कहा गया है कि उसने पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों को वित्त पोषित किया।
निज्जर भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक था, उसकी 18 जून को कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के शहर सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था। डोजियर में कहा गया है कि निज्जर ने बेखौफ होकर खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम दिया। उन्होंने कनाडा में हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए, जहां उन्होंने व्यक्तियों को एके-47, स्नाइपर राइफल और पिस्तौल जैसे आग्नेयास्त्रों का उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया।
उसने कथित तौर पर राजनीतिक और धार्मिक हस्तियों के खिलाफ लक्षित हत्याओं और हमलों को अंजाम देने के लिए व्यक्तियों को भारत भी भेजा था। निज्जर 1996 में रवि शर्मा के नाम से फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया था और ट्रक ड्राइवर और प्लंबर के रूप में काम कर रहा था। उन्होंने कनाडा में भारत विरोधी हिंसक प्रदर्शन आयोजित किए थे और भारतीय राजनयिकों को धमकी दी थी। निज्जर रू में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का सदस्य था, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे, पाकिस्तान स्थित केटीएफ प्रमुख जगतार सिंह तारा के संपर्क में आया। बैसाखी जत्था सदस्य होने की आड़ में उसने अप्रैल 2012 में पाकिस्तान का दौरा किया। त्रों के मुताबिक, निज्जर को तारा ने कट्टरपंथी बनाया था और आईएसआई ने उसे तैयार किया था, जिसने उसे 2012 और 2013 में हथियार और विस्फोटक प्रशिक्षण दिया था।