By अभिनय आकाश | May 13, 2023
कर्नाटक कौन जीत रहा है? क्या सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी राज्य पर पकड़ बनाए रखेगी? क्या कांग्रेस वापसी करेगी? या, जनता दल (सेक्युलर) एक त्रिशंकु विधानसभा में किंगमेकर के रूप में उभरेगा। वोटिंग जारी है और रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है। पार्टी 119 सीटों पर आगे हैं। वहीं बीजेपी 72 सीटों पर आगे है, जबकि जेडीएस 26 सीट पर आगे है। कांग्रेस ने बेंगलुरु के 5 स्टार हिल्टन होटल में 50 कमरे बुक किए हैं। जीते हुए विधायकों को रात 8 बजे तक होटल में पहुंचने के लिए कहा गया है। हालांकि कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद की तरफ से इसकी वजह बताई गई है। एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस की तरफ से एहतियात के तौर पर हैदराबाद में रिसॉर्ट बुक कराया गया है। कांग्रेस को डर है कि बीजेपी ऑपरेशन लोटस चला सकती है।
कब से हुई ऑपरेशन लोट्स की शुरुआत
ऑपरेशन लोटस सबसे पहले साल 2004 में चर्चा में आया था जब बीजेपी ने कर्नाटक में धरम सिंह की सरकार गिराने की कोशिश की थी। तब विपक्ष ने ही इसे ऑपरेशन लोटस का नाम दिया था। फिर ये मीडिया के जरिए खूब प्रचारित किया गया। इसके बाद साल 2008 में इस ऑपरेशन के तहत बीजेपी ने कर्नाटक में सरकार बनाई। कहा जाता है यहां से ऑपरेशन लोटस की शुरूआत हुई।
ऐसे काम करता है ऑपरेशन लोट्स
ये बीजेपी के ऑपरेशन लोट्स का वो चैप्टर है जिसमें पर्दे के पीछे से काम किया जाता है। किसी राज्य में सरकार बनाने के लिए बीजेपी इस ऑपरेशन के तहत दो तहर के प्लान पर काम करती है।
पहला- विपक्ष पार्टी के नाराज गुट को अपने पाले में करके सरकार बनाने की कोशिश।
दूसरा- छोटे दल और निर्दलीयों को अपनी ओर करके सरकार बना लेना।
कर्नाटक में हो चुका है प्रयोग
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार में 8 विधायकों ने इस्तीफा दिया। गठबंधन सरकार गिर गई। फिर विधायकों ने बीजेपी से उपचुनाव लड़ा। कर्नाटक में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली 434 दिन चली जेडीएस-कांग्रेस सरकार को गिराकर वहां बीजेपी की सरकार बन गयी और सत्ता की कमान बीएस येदियुरप्पा ने संभाली।