By अमित मुखर्जी | Feb 25, 2022
वाराणसी। महाशिवरात्रि का पर्व आते ही काशी शिवमय हो जाती है। प्रभासाक्षी की टीम आज आपको ऐसे स्थान का दर्शन कराने जा रही है, जहा लाखो शिवलिंग स्थापित हैं। काशी का जंगमबाड़ी मठ वीरशैव परंपरा से जुड़ा। जहा आज भी परिजनों के मुक्ति के लिए दक्षिण भारत, महाराष्ट्र, उड़ीसा, तमिलनाडु समेत देश विदेश से भक्त आकर शिवलिंग स्थापित करते है। मान्यता है कि जैसे पिंडदान के लिए काशी, गया लोग जाते हैं। ठीक वैसे से ही वीरशैव परंपरा से जुड़े भक्त जंगमबाड़ी मठ आते हैं।
मंदिर से जुड़े सदस्य रमन ने बताया कि इसका इतिहास अनादिकाल का है। शिवरात्रि के पहले हजारों की संख्या में भक्त यहां आते है। मृत परिजनों के मोक्ष के लिए लोग विधिवत मंत्रोच्चार संग पूजन कर शिवलिंग की स्थापना करते है। सैकड़ों वर्षों से मठ के इतिहास में परंपरागत परंपरा चली आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी भी यहां आ चुके हैं। साथ बीएस येदियुरप्पा, मुख्यमंत्री योगी भी आ चुके हैं। यहां आने वाले लोगों का भी मानना है कि इतने ज्यादा शिवलिंग एक साथ कहीं और देखने को नहीं मिलते हैं। दक्षिण भारतीयों का काशी में केंद्र मठ है।