By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 24, 2022
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने उपग्रह संचार कंपनी वनवेब के 36 उपग्रहों को कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है। लंदन स्थित कंपनी नेटवर्क एक्सिस एसोसिएटेड लिमिटेड (वन वेब) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसरो और एनएसआईएल का यह उपग्रह प्रक्षेपण भारत के अग्रणी अंतरिक्ष संगठन के सबसे बड़े वाणिज्यिक ऑर्डर में से एक और एलवीएम3 रॉकेट के जरिये हुआ पहला प्रक्षेपण अभियान है।
बयान के मुताबिक, ‘‘इसरो और एनएसआईएल ने श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से 36 वेब वन उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया।’’ वन वेब ने कहा कि यह इस साल का दूसरा और कुल 14वां प्रक्षेपण है। इसके साथ ही धरती की निचली कक्षा में 648 उपग्रहों का बेड़ा तैयार करने की वनवेब की योजना का 70 फीसदी यानी 462 उपग्रह का समूह पूरा हो जाएगा। यह बेड़ा दुनियाभर में उच्च गति वाली तेज कनेक्विटी देगा। कंपनी ने बयान में कहा कि अब चार प्रक्षेपण और करने पर वनवेब वर्ष 2023 तक सक्रिय वैश्विक कवरेज की राह पर अग्रसर होगा।
लद्दाख से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक वनवेब उद्यमों के साथ-साथ गांवों, नगर पालिकाओं, स्कूलों और यहां तक की देश के सुदूर कोनों तक सुरक्षित समाधान मुहैया करवाएगा। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग में सचिव सोमनाथ एस ने इसे देश और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक घटना बताया। वन वेब की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भारती ग्लोबल है।
वन वेब के कार्यकारी चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि यह प्रक्षेपण कंपनी के लिए एक उल्लेखनीय पड़ाव है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत से प्रक्षेपण कार्यक्रम के नए चरण में हम अपने वैश्विक कवरेज को बढ़ाने की दिशा में बढ़े हैं। यह भारत और दक्षिण एशिया में कनेक्टिविटी देने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।’’ मित्तल ने कहा, ‘‘इसरो और एनएसआईएल के इस प्रक्षेपण से भारत में अंतरिक्ष क्षेत्र के दरवाजे और देश में अरबों डॉलर आने की संभावनाओं के दरवाजे खुल गए हैं।’’
वन वेब के मुख्य कार्यकारी रील मास्टरसन ने कहा, ‘‘वैश्विक कवरेज नेटवर्क को बढ़ाने की हमारी रणनीतिके मूल में सहयोग की यह भावना है।’’ एनएसआईएल के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक राधाकृष्णन डी ने कहा, ‘‘हम वन वेब के साथ साझेदारी को और मजबूत करना चाहते हैं।