टेस्ट क्रिकेट में खास टारगेट वाले सवाल पर रोहित बोले- मैं 40 से ही खुश हूं बॉस

By अंकित सिंह | Mar 03, 2022

भारत और श्रीलंका के बीच 4 तारीख को मोहाली में पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। रोहित शर्मा बतौर कप्तान पहली बार टेस्ट में टीम इंडिया का नेतृत्व करेंगे। हालांकि यह टेस्ट पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए भी बेहद खास है। दरअसल मोहाली में विराट कोहली अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे। ऐसा करने वाले वह भारत के 12वें खिलाड़ी बन जाएंगे। विराट कोहली पिछले 11 सालों से भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम को कई मुकाम हासिल कराए हैं। वहीं रोहित शर्मा वाइट बॉल क्रिकेट खिलाड़ी होने के बावजूद भी टेस्ट क्रिकेट में टीम में जगह बनाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। हालांकि अब वह टीम के नियमित सदस्य होने के साथ-साथ कप्तान भी हो चुके हैं। टेस्ट टीम की कप्तानी करना रोहित शर्मा के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले आज रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा से उनके टारगेट को पूछा गया। उनसे पूछा गया कि क्या आपने भी टेस्ट क्रिकेट में कोई लक्ष्य रखा है? इस पर रोहित शर्मा ने साफ तौर पर कहा कि वह 40 टेस्ट मैच खेल कर ही खुश हैं। उन्होंने कहा कि मेरे टेस्ट करियर में मैंने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। कई बार इंजरी का भी सामना किया है। फिलहाल मैंने टेस्ट में कोई टारगेट सेट नहीं किया है। उन्होंने कहा कि ऊपर नीचे की वजह से आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित काफी मजाकिया अंदाज में नजर आ रहे हैं। वह पत्रकारों से सवाल पूछने के लिए भी कह रहे हैं। शर्मा यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि मुझसे सवाल पूछोगे तभी तो बोलूंगा, कोई पूछ ही नहीं रहा है।

 

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स्टेडियम में दर्शकों की वापसी को लेकर भी रोहित शर्मा ने खुशी जताई। रोहित ने रहाणे और पुजारा की गैर मौजूदगी के असर के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि इन दोनों की कमी पूरी करना मुश्किल है। मुझे भी नहीं पता कि इन दोनों की जगह कौन आयेगा। हमें कल तक इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि इन दोनों के योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। बरसों की मेहनत , 80 और 90 टेस्ट खेलना, विदेश में टेस्ट खेलना और भारत को नंबर एक पायदान तक पहुंचाने में इन दोनों ने मदद की। ऐसा नहीं है कि आगे ये दोनों हमारी रणनीति का हिस्सा नहीं होंगे।


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